डब्लिन:डब्लिन में स्कूल के बाहर चाकू से हुए हमले में तीन युवा बच्चों के घायल होने की घटना के बाद इलाके में शुक्रवार की रात को भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले 34 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के वाहनों से लेकर अन्य वाहनों में आग लगाने से लेकर दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट के बाद पुलिस पहले से अधिक सतर्क हो गई है।
शुक्रवार की सुबह सड़कों पर पर्यटक और खरीददार दिखे। जले हुए वाहनों को हटाने के साथ पासिंग अधिकारी लूटे गए दुकानों की भी देखरेख कर रहे थे। शुक्रवार की शाम को पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों का पीछा करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया।
आयरिश प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने कहा, ‘जो भी लोग इस हिंसा में शामिल हैं, उन्होंने आयरलैंड, डब्लिन और अपने परिजनों को शर्मसार किया है।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार नफरत विरोधी कानून के खिलाफ कड़ा कदम उठाएगी। वह अधिकारियों को पहनने वाले कैमरों का उपयोग करने वाले कानून में तेजी लाने की भी योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘एक देश के तौर पर हमें आयरलैंड को वापस हासिल करना होगा। हमें आयरलैंड को उन लोगों से दूर ले जाना होगा, जो कायरों की तरह छिपकर देश में दंगा कराते हैं और हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं।’
पुलिस ने स्कूल के बाहर चाकूबाजी करने के मामले में एक 40 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि वह अब किसी अन्य संदिग्ध की तलाश में नहीं है। पुलिस ने हिंसा के लिए दक्षिणपंथी आंदोलनकारियों को जिम्मेदार ठहराया है।
इस घटना के बाद स्थानीय युवाओं ने प्रदर्शन करना शुरू किया, लेकिन कुछ ही घंटों में पुलिस ने इलाके में शांति बहाल करने में कामयाब रही। प्रदर्शन के दौरान 13 दुकानों को लूटने के साथ 11 पुलिस के वाहनों को नष्ट किया गया। पुलिस ने बताया कि चाकूबाजी में घायल होने वाली 30 वर्षीय महिला की हालत गंभीर है, वहीं घायलों में शामिल पांच वर्षीय लड़का और छह वर्षीय लड़की फिलहाल खतरे से बाहर है।