देहरादून : उत्तराखंड में बादल तीन सितंबर तक डराएंगे। जी हां, मौसम विभाग ने 31 अगस्त से आगामी 3 सितंबर तक भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गर्जन के साथ कहीं कहीं पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
देहरादून, नैनीताल और चंपावत समेत आसपास के क्षेत्रों में गरज के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। इसके अलावा कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने और बूंदाबांदी की आशंका है। वहीं बुधवार को राजधानी देहरादून में बादल छाए हुए हैं। बारिश की संभावना बनी हुई है।
अगस्त में प्रदेश में औसतन सामान्य रही वर्षा। हालांकि, कुछ जिलों में सामान्य से दो से ढाई गुना अधिक वहीं, कुछ जिलों में सामान्य से आधी वर्षा हुई है। बागेश्वर में सर्वाधिक और नैनीताल में सबसे कम वर्षा हुई। पूरे माह और मानसून सीजन का अब तक का ब्यौरा।
प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी वर्षा आफत बनी हुई थी। नदी-नालों के उफान पर आने और भूस्खलन के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक जन-जीवन प्रभावित है। प्रदेश में बीते दिनों हुई भारी वर्षा के कारण अब भी तीन दर्जन छोटे-बड़े मार्ग अवरुद्ध हैं। जिन्हें खोलने का कार्य जारी है।
देहरादून जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का जनजीवन 20 अगस्त से अस्त-व्यस्त चल रहा है। सरखेत क्षेत्र में बादल फटने के बाद एक बड़े हिस्से की सड़कों व पुलों को भारी क्षति पहुंची। वहीं, अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते सड़कों को खासा नुकसान हुआ।जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 26 मार्ग बंद चल रहे हैं। इनमें तीन राज्य मार्ग, एक राष्ट्रीय राजमार्ग, एक मुख्य जिला मार्ग व शेष ग्रामीण मार्ग हैं।
लोनिवि अधिकारियों का दावा है कि अधिकतर ग्रामीण मार्गों को मंगलवार देर रात या बुधवार दोपहर तक खोल दिया जाएगा। वहीं, लोनिवि के विभागाध्यक्ष अयाज अहमद का कहना है कि बार-बार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी क्षेत्रों से मलबा गिर रहा है। जिससे सड़कें निरंतर बाधित हो रही हैं। सभी खंडों के अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वह भूस्खलन वाले क्षेत्रों के आसपास चौबीस घंटे जेसीबी तैनात रखें।