जोशीमठः उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। भूधंसाव के कारण घरों और होटलों में आई दरारों के बीच अब इन्हें जमीदोंज किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज होटल मलारी इन और माउंट व्यू को ढहाया जाना है। इधर होटल मालिक और स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ताजातरीन अपडेट के लिए पेज को रिफ्रेश करते रहें।
जनप्रतिनिधियों सहित प्रभावितों ने दिया डिस्मेंटल सूची के होटलों के आगे धरना, कहां- पहले बताओं मुआवजा पेकेज , तब होटल तोड़ा जाए। बद्रीनाथ विधायक भी बेटे धरने पर बैठे हुए हैं।
सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने कहा कि कह कि जोशीमठ में अभी तक दो होटल जो भूधंसाव के कारण लटक गए है उनको डिस्मेंटल करने का आदेश किया गया है क्योंकि ये होटल आसपास के भवनों के लिए भी खतरा बने हुए है। इसके अलावा अभी किसी का भी भवन नही तोडा जा रहा है।
सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने प्रेस वार्ता करते हुए जोशीमठ आपदा को लेकर स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि आपदा राहत के तहत प्रत्येक परिवार को तत्कालिक रूप से 1.50लाख की अंतरिम सहायता दी जाएगी।
जोशीमठ में हालात सामान्य होते दिखाई नहीं दे रहे हैं, ताजा अपडेट के अनुसार दो दर्जन मकानों में दरारों की चौड़ाई और बढ़ती नजर आ रही है, फिलहाल तय किया गया है कि इन मकानों को जमीदोंज करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं होगा।
जोशीमठ में होटल मलारी को असुरक्षित घोषित किया गया है मगर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण इसे तोड़ना की प्रक्रिया को रोक दिया गया है। होटल मालिक ठाकुर सिंह राणा का कहना है कि मैं होटल तोड़े जाने का विरोध नहीं कर रहा हूं। मैं केवल ये कह रहा हूं कि मुझे उचित मुआवजा दिया जाए।
उत्तरकाशी में गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र में हल्के बादल छाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में आई आपदा को देखते हुए अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने को निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ को बचाने और आपदा प्रभावितों के समुचित पुनर्वास के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा भी इस आपदा से निपटने के लिए पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह हम सबका दायित्व है कि आपदा की इस घड़ी में प्रभावितों के दुख दर्द को बांटने के लिए पूरी शिद्दत के साथ आगे आएं। दूसरी ओर सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया िक सचिवालय के सभी संवर्ग के अिधकारियों व कर्मचारियों का एक िदन का वेतन आपदा राहत कोष में िदया जाएगा।
जोशीमठ में बुडोजर एक्शन से पहले मौसम ने करवट ली है, पहाड़ियों पर जहां बर्फबारी हो रही है वहीं 14 जनवरी तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। खतरे की जद में आए होटल मलारी को गिराने की प्रक्रिया शुरू होते ही होटल मालिक और उनका परिवार होटल के सामने धरने पर बैठ गया, उनकी मांग है उन्हें मुआवजा दिया जाए।