जयपुर। राजस्थान में 48 हजार पदों के लिए शिक्षकों की भर्ती परीक्षा (REET) में नकली पर्चे को असली बताकर 40 लाख की नकद रकम लेकर बेचा गया। जोधपुर में पुलिस ने विवाह स्थल से एक गिरोह को दबोचा है।
गिरोह में शामिल पांच लोग 19 युवकों और दस लड़कियों को परीक्षा प्रारंभ होने से पहले पर्चा हल करवा रहे थे। इस घटना के बाद दिनभर पर्चा लीक होने की अफवाह चलती रही। हालांकि, शाम को कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा और जोधपुर पुलिस ने पर्चा लीक होने की खबर का खंडन किया है।
जोधपुर पुलिस का दावा है कि गिरोह के पास जो प्रश्न मिले हैं, वह असली पर्चे से मिलान नहीं हो रहे हैं। प्रवीण विश्नोई नाम के छात्र ने 40 लाख रुपये में पर्चे का सौदा किया। उसे दस लाख रुपये सुरेश जाट, मुकेश जोशी निवासी सांचौर और रामेश्वर सहित पांच लोगों ने अग्रिम दिए। इन पांच लोगों ने बाकी युवकों को दस-दस लाख रुपये में नकली पर्चा बेचा। गिरोह के सदस्य जोधपुर में बनाड़ रोड पर विवह स्थल में परीक्षा प्रारंभ होने से पहले ही पर्चा हल करवा रहे थे।
पुलिस ने गिरोह के पांच लोगों सहित कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया है। भरतपुर, जयपुर सहित तीन जिलों में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी युवकों को परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया गया है। उधर, पर्चा लीक होने की अफवाह फैलते ही प्रशासन ने 11 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया। देर शाम तक इंटरनेट बंद रहा।
सरकार ने भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोड़वेज में नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी शिक्षक भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक हो गया था। इस मामले में मुख्य आरोपित को दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बयान में कहा,पर्चा लीक तो मानों अब राजस्थान के सिस्टम का हिस्सा बन गया है। हजारों अभ्यर्थी तमाम दुख-तकलीफों और आर्थिक परेशानियों से जूझते हुए भर्ती परीक्षा में शामिल होते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह दिखाई नहीं देता है। सीएम पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि गहलोत की नई योजना,अब विवाह स्थल का इस्तेमाल भर्ती परीक्षा प्रारंभ हीोने से पहले प्रश्न पत्र को हल करने के लिए किया जाएगा।