NASA की चेतावनी, धरती पर मंडरा रहा बड़ा खतरा

नई दिल्लीः अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने चेतावनी जारी की है कि हमारे ग्रह पृथ्‍वी पर अंतरिक्ष से बड़ी मुसीबत आ सकती है. इससे धरती पर महाविनाश होने की आशंका भी जताई गई है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर ये चीज धरती से टकराई तो परमाणु बम के हमले से कई गुना तबाही होगी.

नासा के वैज्ञानिकों की ओर से जारी की गई अब तक की सबसे बड़ी चेतावनी ने ये सवाल खड़ा कर दिया है कि क्‍या पृथ्‍वी पर महाविनाश होने वाला है? वैज्ञानिकों ने कुछ समय पहले ही कहा था कि अंतरिक्ष से धरती की ओर बढ़ रही चट्टानों के टकराने का खतरा मंडरा रहा है. अब अंतरिक्ष की चट्टानों के धरती से टकराने का खतरा तीन गुना ज्‍यादा हो गया है. अगर ये चट्टान पृथ्‍वी से टकराई तो परमाणु बम के मुकाबले 10 गुना तबाही करेगी.

नासा के वैज्ञानिकों की ओर से जारी की गई अब तक की सबसे बड़ी चेतावनी ने ये सवाल खड़ा कर दिया है कि क्‍या पृथ्‍वी पर महाविनाश होने वाला है? वैज्ञानिकों ने कुछ समय पहले ही कहा था कि अंतरिक्ष से धरती की ओर बढ़ रही चट्टानों के टकराने का खतरा मंडरा रहा है. अब अंतरिक्ष की चट्टानों के धरती से टकराने का खतरा तीन गुना ज्‍यादा हो गया है. अगर ये चट्टान पृथ्‍वी से टकराई तो परमाणु बम के मुकाबले 10 गुना तबाही करेगी.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, रिसर्च के दौरान उन्‍हें पता चला है कि चट्टान की तरह दिखने वाले क्षुद्र ग्रह (asteroid) धरती से टकराकर बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के मुख्य वैज्ञानिक जेम्स गारविन ने चेतावनी दी है कि ऐसी अंतरिक्ष की चट्टानों का हमला 7 लाख साल में एक बार होता है. हर बार धरती पर बड़ी तबाही मचती है.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, रिसर्च के दौरान उन्‍हें पता चला है कि चट्टान की तरह दिखने वाले क्षुद्र ग्रह (asteroid) धरती से टकराकर बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के मुख्य वैज्ञानिक जेम्स गारविन ने चेतावनी दी है कि ऐसी अंतरिक्ष की चट्टानों का हमला 7 लाख साल में एक बार होता है. हर बार धरती पर बड़ी तबाही मचती है.

वैज्ञानिक जेम्‍स गारविन की टीम ने पृथ्वी के चारों ओर बड़े छल्ले को चिह्नित किया है. उनका कहना है कि अगर उन्‍होंने सही चीज विश्‍लेषण किया है तो ये दुनिया में अब तक हुए सबसे बड़े परमाणु हमले के मुकाबले 10 गुना असर होगा. अगर ऐसा हुआ तो हम अपनी आंखों से धरती पर महाविनाश होता हुआ देखेंगे. बता दें कि कुछ समय पहले ही गारविन ने इसको फर्जी बात कहा था.

वैज्ञानिक जेम्‍स गारविन की टीम ने पृथ्वी के चारों ओर बड़े छल्ले को चिह्नित किया है. उनका कहना है कि अगर उन्‍होंने सही चीज विश्‍लेषण किया है तो ये दुनिया में अब तक हुए सबसे बड़े परमाणु हमले के मुकाबले 10 गुना असर होगा. अगर ऐसा हुआ तो हम अपनी आंखों से धरती पर महाविनाश होता हुआ देखेंगे. बता दें कि कुछ समय पहले ही गारविन ने इसको फर्जी बात कहा था.

जेम्‍स गारविन की टीम अब कह रही है कि नए शोध के बाद ये हमारी सोच से भी ज्‍यादा भयानक साबित हो सकता है. गारविन की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 8 लाख साल पहले भी अंतरिक्ष की एक चट्टान से धरती पर 9 मील के दायरे वाला चौड़ा गड्ढा हो गया था. डाटा एनालिसिस के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर कोई धूमकेतु 7 लाख साल में धरती से टकराता है तो वह बीते 10 लाख साल में 4 बार पृथ्‍वी से टकरा चुका होता है.

जेम्‍स गारविन की टीम अब कह रही है कि नए शोध के बाद ये हमारी सोच से भी ज्‍यादा भयानक साबित हो सकता है. गारविन की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 8 लाख साल पहले भी अंतरिक्ष की एक चट्टान से धरती पर 9 मील के दायरे वाला चौड़ा गड्ढा हो गया था. डाटा एनालिसिस के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि अगर कोई धूमकेतु 7 लाख साल में धरती से टकराता है तो वह बीते 10 लाख साल में 4 बार पृथ्‍वी से टकरा चुका होता है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती से हर बार टकराने पर धूमकेतु विनाश लाता है. पोलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ता ए. लोसियाक ने कहा कि गारविन की टीम का ये विश्‍लेषण और अनुमान बहुत ही डराने वाला है. अगर इसको बड़े स्‍तर पर देखा जाए तो इसका मतलब हुआ कि अंतरिक्ष में बहुत सी चट्टानें धरती के इर्दगिर्द घूमकर एक छल्‍ला बना रही हैं. ये चट्टानें कभी भी धरती से टकराकर महाविनाश ला सकती हैं.

वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती से हर बार टकराने पर धूमकेतु विनाश लाता है. पोलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ता ए. लोसियाक ने कहा कि गारविन की टीम का ये विश्‍लेषण और अनुमान बहुत ही डराने वाला है. अगर इसको बड़े स्‍तर पर देखा जाए तो इसका मतलब हुआ कि अंतरिक्ष में बहुत सी चट्टानें धरती के इर्दगिर्द घूमकर एक छल्‍ला बना रही हैं. ये चट्टानें कभी भी धरती से टकराकर महाविनाश ला सकती हैं.

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