कांग्रेस ने संकल्प सत्याग्रह की शुरुआत की

नई दिल्ली: राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के खिलाफ कांग्रेस रविवार को देशभर में संकल्प सत्याग्रह कर रही है। प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन जैसे बड़े नेता सुबह-सुबह राजघाट पहुंचे। पुलिस ने यहां धारा 144 लगा दी, लेकिन नेता और कार्यकर्ता इसके बावजूद पहुंचे।प्रियंका गांधी ने कहा कि आज तक हम चुप रहे हैं, आप हमारे परिवार का अपमान करते गए। मैं पूछना चाहती हूं कि एक आदमी का कितना अपमान करोगे। मुझ पर केस लगा दो, लेकिन सच ये है कि इस देश का प्रधानमंत्री कायर है।

लोकसभा सेक्रेटेरिएट ने 24 मार्च को राहुल गांधी को डिसक्वालिफाइड कर दिया था। राहुल केरल के वायनाड से सांसद थे। यह एक्शन मानहानि केस में राहुल को 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद लिया गया। राहुल ने 2019 में कर्नाटक की सभा में मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था।

प्रियंका गांधी ने कहा- मेरे पिता का संसद में अपमान किया गया। ये लोग शहीद के बेटे को देशद्रोही कहते हैं, मीर जाफर कहते हैं। एक मुख्यमंत्री तो यहां तक कहते हैं कि राहुल को पता ही नहीं उनका पिता कौन है। आपके प्रधानमंत्री भरी संसद में कहते हैं कि हमारा परिवार नेहरू नाम क्यों इस्तेमाल करता है। आपको कोई सजा नहीं मिलती, न संसद से बाहर निकालता है।

जिस व्यक्ति ने सूरत में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, वह कोर्ट में गया और 1 साल के लिए अपने ही मामले पर रोक लगाने के लिए कहा, लेकिन राहुल गांधी ने अडाणी पर संसद में भाषण देने के बाद मामले को फिर से ओपन करवाया। 1 महीने के अंदर सुनवाई हुई और राहुल को दोषी करार दिया गया।

आज तक हम चुप रहे हैं, आप हमारे परिवार का अपमान करते गए। मैं पूछना चाहती हूं कि एक आदमी का कितना अपमान करोगे। मेरा भाई पीएम के पास गया, उन्हें गले लगाया और कहा कि मुझे आपसे नफरत नहीं है। हमारी विचारधारा अलग है लेकिन हमारे पास नफरत की विचारधारा नहीं है। क्या भगवान राम और पांडव परिवारवादी थे। हमारा परिवार देश के लिए शहीद हुआ तो क्या हमें शर्म आनी चाहिए।

आप हमें अपमानित करके ये सोचते हैं कि हम डर जाएंगे।हम और मजबूती से लड़ेंगे। हम आज भी देश की आजादी के लिए लड़ रहे हैं। देश की जनता को दिख नहीं रहा है कि उनकी सारी संपत्ति लूटी जा रही है। जो तानाशाही होते हैं वे सवाल उठाने वाले को दबाने की कोशिश करते हैं। इस अडाणी में है क्या कि उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं। ये हमें सोचना पड़ेगा।

राहुल गांधी ने दुनिया के दो सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों, हार्वर्ड और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपनी शिक्षा पूरी की और वे उन्हें ‘पप्पू’ कहने लगे, लेकिन बाद में पता चला कि वह तो ‘पप्पू’ है ही नहीं, वह तो ईमानदार हैं और आम जनता के मुद्दों को समझता है।

एक आदमी कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों चला। उसमें समता की, एकता की भावना थी। आज मीडिया, मंत्री, सांसद कह रहे हैं राहुल गांधी ने विदेश जाकर देश का अपमान किया। जो आदमी जनता की आवाज उठा रहा है, वो देश का अपमान कर सकता है। वो गरीबों का बेरोजगारों का हक मांग रहा है। उनके हक की लड़ाई लड़ रहा है।

इस देश की बहुत पुरानी परंपरा है, हिंदू धर्म की परंपरा है कि अहंकारी राजा को जनता जवाब देगी। अहंकारी राजा को ये देश पहचानता है। मेरे परिवार ने मुझे एक चीज सिखाई है कि ये देश दिल से बोलता और सुनता है। ये देश सच्चाई को पहचानता है। मैं जानती हूं कि आज वो दिन है जब से सारा कुछ बदलने लगेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- राहुल गांधी ने जब इस मुद्दे को उठाया तो उन्हें दबाने के लिए ये (BJP) मानहानि के केस का तमाशा कर रहे हैं। ये एक साजिश है जिसके खिलाफ राहुल गांधी लड़ रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। यह सत्याग्रह सिर्फ आज के लिए है लेकिन ऐसे सत्याग्रह पूरे देश में किए जाएंगे। राहुल गांधी आम जनता के लिए लड़ रहे हैं।

बयान राहुल गांधी ने कर्नाटक में दिया था लेकिन मामला गुजरात स्थानांतरित कर दिया गया था। भाजपा के पास कर्नाटक में मानहानि का मुकदमा दायर करने की शक्ति नहीं थी। सलमान खुर्शीद ने कहा- उन्हें (राहुल गांधी को) एक कानून के तहत जिम्मेदार ठहराया गया है। हमारा मानना है कि इसे उलटने के लिए अपील ही सही रास्ता है। एक वकील के तौर पर मैं साफ तौर पर दिखा सकता हूं कि फैसले में कई खामियां हैं।

‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है…’ इस बयान से जुड़े मानहानि केस में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया। इस फैसले के 27 मिनट बाद कोर्ट ने उन्हें 2 साल की जेल की सजा सुनाई और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया। इसके कुछ देर बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत भी दे दी। साथ ही सजा को 30 दिन के लिए स्थगित कर दिया। सुनवाई के दौरान राहुल कोर्ट में मौजूद रहे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता शुक्रवार दोपहर करीब 2.30 बजे रद्द कर दी गई। वह केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे। लोकसभा सचिवालय ने पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी है। लोकसभा की वेबसाइट से भी राहुल का नाम हटा दिया गया है।

राहुल ने 2019 में कर्नाटक की सभा में मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था- सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है। राहुल ने फैसले के करीब 3 घंटे बाद ट्वीट कर लिखा, ‘मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं, मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *