हल्द्वानी : माघ माह की गुप्त नवरात्रि शुक्रवार से प्रारंभ होगी। शक्ति उपासना का पर्व इस बार नौ के बजाय दस दिन का होगा। ज्योतिषियों के मुताबिक नवरात्र में एक दिन की अधिकता शुभता को बढ़ाने वाली रहेगी। इन दिनों की गई पूजा, दान-पुण्य व खरीदारी विशेष फलदायी रहेगी। देवी मंदिरों में भी पूजन होगा।
मां दुर्गा के भक्तों को उपवास रखकर सप्तशती, दुर्गा चालीसा का पाठ कर साधना करनी चाहिए। यह नवरात्र शक्ति पूजा के लिए खास मानी जाती है। देवी आदि पुराण कराने का भी महत्व है।
गुप्त नवरात्रि साधना कर सिद्धि पाने वालों के लिए मान्य है। गुरु के उदय के साथ नवरात्र शुरू होगी। षष्ठी तिथि दो दिन होने से नवरात्रि दस दिन रहेगी। गुरु का उदय शुभ होता है। गुरु के उदय के साथ नवरात्रि शुरू होने से इस समय की जाने वाली साधना, पूजा, पाठ की सिद्धि मिलने की मान्यता है।
शुक्रवार को सूर्य मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन कुंभ संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। कुंभ संक्रांति के साथ ही गुप्त नवरात्र की शुरुआत होना शुभ रहेगा। संक्रांति पर्व पर स्नान-दान, पूजा-पाठ और जप का बहुत महत्व है। इस दिन नवरात्र का संयोग बनने से किए गए स्नान और दान का बहुत पुण्य मिलता है। ज्वैलरी, वस्त्र, वाहन, भूमि, भवन आदि खरीदना भी शुभ रहेगा।