चारधाम यात्रा: 5000 से अधिक व्यावसायिक वाहन होंगे संचालित

देहरादून: प्रदेश में इस वर्ष चारधाम यात्रा में 5000 से अधिक व्यावसायिक वाहन संचालित होंगे। देश-विदेश से आने वाले यात्रियों की सहायता के लिए चारधाम यात्री सहायता डेस्क (सीजनल हेल्प डेस्क) का गठन किया जाएगा। इसमें 7 विभागों के कार्मिक तैनात किए जाएंगे।

यात्रा के दौरान वाहनों के अवैध संचालन, तेज रफ्तार व यातायात के नियमों का अनुपालन कराने को पांच इंटरसेप्टर दलों की स्थापना की गई है। इसके साथ ही 30 मोटर साइकिल दस्ते भी तैनात किए जा रहे हैं। इन दस्तों को परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने परिवहन मुख्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

बुधवार को परिवहन मुख्यालय में परिवहन मंत्री ने चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक की। बैठक में बताया गया कि चारधाम यात्रा में इस वर्ष छह हजार से अधिक वाहनों का संचालन किया जाएगा। इसमें संयुक्त रोटेशन के आधार पर 1584 बसों का संचालन किया जाएगा। इनमें 1069 स्टेज कैरिज और 515 कांट्रेक्ट कैरिज की बसें शामिल हैं।

इनके अतिरिक्त 3200 बसें रोस्टर के आधार पर बाहर से संचालित होती हैं। इस बार यात्रा में परिवहन निगम की 100 बसें, अन्य राज्यों से 350 बसें, कुमाऊं मंडल से 100 बसें और स्कूली बसों को भी लगाया जाएगा।

बैठक में सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, प्रबंध निदेशक परिवहन निगम रोहित मीणा, संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह, उप परिवहन आयुक्त सुधांशु गर्ग, राजीव मेहरा और दिनेश पठोई व सहायक परिवहन आयुक्त सुनीता चमोला के साथ ही परिवहन कंपनियों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

शासन ने मोटर साइकिल दलों को चालान का भी अधिकार दे दिया है। इन दलों को यातायात नियमों के उल्लंघन, तेज रफ्तार, निर्धारित से अधिक सवारी, दुपहिया वाहनों में तीन सवारी, बिना हेलमेट वाहनों का संचालन, तेज ध्वनि हार्न, नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर चालान और वाहन के प्रपत्रों को जब्त करने का अधिकार दिया गया है।

प्रदेश में इस वर्ष चालक कल्याण योजना भी लागू की जा रही है। इसके लिए 50 लाख रुपये के बजट का प्रविधान किया गया है। इसमें चालकों के चिकित्सकीय परीक्षण की व्यवस्था, चालकों को सड़क सुरक्षा के संबंध में प्रशिक्षण व रिफ्रेशर कोर्स कराया जाएगा। उत्कृष्ट कार्य करने वाले चालकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को सड़कों को गड्ढा मुक्त करने और ब्लैक स्पाट दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी आवश्यकता है वहां पर क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

रोटेशन समिति में हरिद्वार व देहरादून की कंपनियों के संबंध में भी चर्चा हुई है। इसमें जल्द निर्णय लिया जाएगा। इस संबंध में दून वैली कॉन्ट्रैक्ट कैरिज यूनियन के अध्यक्ष कृष्ण किशोर पंत ने अध्यक्ष संयुक्त रोटेशन को पत्र भी लिखा है।

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