नई टिहरी। भारी बारिश के बाद टिहरी के मेड गांव(घनसाली ) में बादल फटने की घटना सामने आई है। इससे आधा दर्जन से अधिक परिवारों के घरों में मलबा घुस गया। इस दौरान एक शिक्षक भी घायल हुए हैं। उन्हें ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलेश्वर में भर्ती कराया। साथ ही गांव की कई नाली कृषि भूमि भी पूरी तरह से मलबे में दब गई है। गनीमत यह रही कोई जनहानि नहीं हुई।
आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र बालगंगा घाटी के दूरस्थ गांव मेड में बीती रात भारी बारिश से गांव खेंडी नामे तोक में बादल फटने से भारी मात्रा आ गया। इससे गांव के भागवत सिंह, चंद्र सिंह, गंभीर सिंह, दिनेश सिंह, मनोज सिंह, कुशल सिंह, आदि के घरों में मलबा घुसने से खाद्य सामग्री पूरी तरह से खराब हो गई है। शिक्षक भागवत सिंह राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना सुबह हुई है। उन्होंने सभी ग्रामीणों को घरों से बाहर निकलने के लिए कहा।
उन्होंने बताया कि गांव की कई नाली कृषि भूमि, पेयजल लाइन, रास्तों को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान उन्हें भी चोट लगी। शिक्षक को ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलेश्वर लाया गया है, जहां पर चिकत्सकों के द्वारा प्रथमिक उपचार दिया जा रह है। तहसीलदार आरएस रावत ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पटवारी को भेजा गया है। जल्द ही नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।