कोरोना : ‘चीन में 10 लाख से ज्यादा मौतों की आशंका’

नई दिल्ली: चीन में कोरोना से हालात काफी बदतर हो गए हैं। यहां प्रतिदिन लोग संक्रमित का शिकार हो रहे हैं, जिसके कारण अस्पतालों में न तो मरीजों के लिए बेड बचे हैं और न ही दवाइयां। इसी को देखते हुए अब डॉक्टरों ने दावा किया है कि चीन में 10 करोड़ (100 मिलियन) लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 10 लाख (एक मिलियन) लोगों की कोरोना से मौत हो सकती है।

दिल्ली के सफदरगंज सफदरजंग अस्पताल में पल्मोनरी मेडिसिन के एचओडी डाक्टर नीरज कुमार गुप्ता ने चीन को लेकर एक दावा किया है। उन्होंने कहा, ‘चीन में 10 करोड़ (100 मिलियन) कोरोना संक्रमितों के होने की आशंका है। 5 लाख लोग अस्पतालों में भर्ती हो सकते हैं तो वहीं 10 लाख लोगों की मौत हो हुई होगी।” उन्होंने कहा, ‘चीन अब उसी स्टेज पर है जहां भारत पहले था लेकिन भारत अब वायरस से लड़ने में काफी अनुभवी है।’

डाक्टर गुप्ता ने कहा, ‘भारत ने अबतक तीन लहरों का सामना किया है। पहली लहर साधारण थी वहीं डेल्टा वैरिएंट की दूसरी लहर बहुत ज्यादा घातक रही। हालांकि, ओमिक्रोन वैरिएंट की तीसरी लहर गंभीर नहीं थी लेकिन बहुत संक्रामक थी। वहीं चीन में बहुत लंबे समय तक सख्त लाकडाउन होने की वजह से नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी की इम्युनिटी कम हो चुकी है।’

एक लीक हुए सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक, चीन में पिछले 20 दिन में 25 करोड़ (250 मिलियन) लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। रेडियो फ्री एशिया ने सोशल मीडिया पर चल रहे दस्तावेजों का हवाले से कहा, ‘महीने के पहले सप्ताह में जीरो-कोविड पॉलिसी में छूट देने के बाद हालात भयावह हुए हैं और महज 20 दिन में ही पूरे चीन में करीब 250 मिलियन लोग कोविड-19 से प्रभावित हो गए हैं।’ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की एक बैठक में संक्रमण से संबंधित आंकड़े जारी किए गए थे।

लीक हुए आंकडों के मुताबिक, 1 से 20 दिसंबर के बीच चीन में 24.8 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हुए, जो कि चीन की आबादी का 17.65 फीसदी हैं। वहीं चीन के स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आशंका जताई है कि कोरोना इसी हफ्ते अपने सबसे चरम पर होगा।

सोमवार 26 दिसंबर से एक दिन में लगभग 35 मिलियन से ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं। जीरो कोविड पॉलिसी के कारण चीन के लोगों में इम्यूनिटी नहीं बन पाई हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 24 दिसंबर को घोषणा की कि चीन समेत पांच देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा, ‘चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से होगा।

अगर इन देशों के किसी भी यात्री में कोरोना लक्षण पाए जाते हैं या रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उसे क्वारंटीन में रखा जाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि इन एशियाई देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति घोषित करने के लिए एयर सुविधा फॉर्म भरना भी अनिवार्य किया जाएगा।

विश्व स्तर पर कोरोना के बढ़ते मामलों पर ध्यान देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने 23 दिसंबर को कहा कि केंद्र और राज्यों को मिलकर और सहयोग की भावना में काम करने की आवश्यकता है।

बता दें कि मंडाविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों, प्रधान सचिवों, अतिरिक्त मुख्य सचिवों और सूचना आयुक्तों के साथ एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश को सतर्क रहने और कोविड प्रबंधन के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की जरूरत है।

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