गुप्त नवरात्र:आठ दिन का होगा आस्था का पर्व

हल्द्वानी : आषाढ़ माह में आने वाले गुप्त नवरात्र इस बार आठ दिन के रहेंगे। 11 जुलाई को रवि पुष्य नक्षत्र व राजयोग के साथ सर्वार्थसिद्धि योग में देवी पर्व की शुरुआत होगी। 18 जुलाई को भड़ली नवमी के मुहूर्त पर गुप्त नवरात्र पूरे होंगे। इस दिन रवियोग रहेगा।

ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि इस बार एक तिथि का क्षय हो रहा है। इस कारण गुप्त नवरात्र आठ दिन के रहेंगे। गुप्त नवरात्र में देवी आराधना करने पर विशेष फल प्राप्त होता है। डा. जोशी ने बताया कि साल में चार नवरात्र में दो प्रकट और दो गुप्त नवरात्र आते हैं। प्रकट नवरात्र चैत्र व आश्विन माह में आते हैं, जबकि माघ व आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्र आते हैं।

श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नवीन चंद्र बेलवाल ने बताया कि गुप्त नवरात्र में व्रत रखकर दश महाविद्याओं के अलावा देवी दुर्गा व काली की आराधना की जाती है। देवी के बीज मंत्र व सप्तशती पाठ करने का विधान है। हवन-यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध होता है। बारिश के मौसम में संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। इनसे बचने के लिए हवन के लिए औषधीय जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य मंजू जोशी का कहना है कि गुप्त नवरात्र में पूजा का फल जल्दी व दोगुना मिलता है। नवरात्र में की गई पूजा से मां जल्दी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं। भक्तों को मां की पूजा करने के साथ सामथ्र्य अनुसार दान करना चाहिए।

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