केदारनाथः हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू

देहरादून:  22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। जिसके लिए आज आठ अप्रैल से केदारनाथ के हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने केदारनाथ हेली सेवा के लिए तैयारी पूरी कर ली है।

एक ईमेल आइडी पर अधिकतम छह यात्रियों के लिए टिकट दिया जा सकेगा। एक ईमेल आइडी पर पूरे यात्रा काल में दो ही बार, यानी अधिकतम 12 टिकट दिए जाएंगे। ऐसा टिकटों की कालाबाजारी को रोकने के लिए किया जा रहा है।केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं का संचालन केदारघाटी में स्थित हेलीपैड से होता है।हेली सेवाओं के लिए केदारघाटी में तीन सेक्टर गुप्तकाशी, फाटा व सिरसी बनाए गए हैं।

गुप्तकाशी में दो हेलीपैड, फाटा में चार और सिरसी में तीन हेलीपैड हैं। यानी कुल मिलाकर नौ हेलीपैड से सेवाएं संचालित होती हैं।इस वर्ष आठ कंपनियों ने इन हेलीपैड से हेली सेवा संचालन में रुचि दिखाई है।एक कंपनी दो हेलीपैड से हेली सेवाएं संचालित कर रही है।केदारनाथ हेली सेवाओं के लिए इस वर्ष किराया तय कर दिया गया है। इनका एक तरफ का किराया इस प्रकार है।

फाटा-केदारनाथ- 2750 रुपये
सिरसी-केदारनाथ – 2749 रुपये
गुप्तकाशी-केदारनाथ 3870 रुपये

केदारनाथ के लिए इस वर्ष हेली सेवाओं की बुकिंग केवल ऑनलाइन की जाएगी। यह बुकिंग आइआरसीटीसी के माध्यम से होगी। हेली टिकटों की बुकिंग के लिए यात्री का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।

केवल स्थानीय निवासियों को हेली बुकिंग के लिए पंजीकरण से छूट दी जा रही है। हेली टिकटों की बुकिंग 70 प्रतिशत सामान्य श्रेणी और 30 प्रतिशत तत्काल श्रेणी में होगी।

केदारनाथ धाम में हेली टिकटों के नाम पर होने वाली ठगी को रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है। गत वर्ष तक तत्काल के टिकट आफलाइन मिलते थे। ऐसे में ट्रेवल एजेंसियां व दलाल मिलीभगत से ये टिकट हासिल कर लेते थे और फिर मनमाफिक दाम पर बेचते थे।

इस वर्ष व्यवस्था यह की गई है कि एक ई-मेल आइडी पर वर्ष में केवल दो बार टिकट मिलेंगे। इसमें एक बार में अधिकतम छह टिकट ग्रुप बुकिंग के रूप में दिए जाएंगे। टिकटों की बुकिंग heliyatra.irctc.co.in पर की जा सकती है।

हेली सेवाओं के संचालन को यूकाडा नई नियमावली बना रहा है। अभी तक प्रचलित नियमावली में हर घंटे छह हेली सेवाओं को संचालन की अनुमति होती है। इनमें दो हेलीकाप्टर हवा में, दो केदारनाथ और दो केदारघाटी में बने हेलीपैड पर होते हैं।

हेली कंपनियां आपस में हेली सेवा संचालित करने का समय चुनती हैं, ताकि सभी को बराबर सेवा देने का मौका मिले। प्रतिदिन तकरीबन 10 घंटे तक हेली सेवाएं संचालित हो सकती हैं। यानी, हर दिन 55 से लेकर 60 बार हेलीकाप्टर उड़ान भर सकते हैं।

केदारनाथ में हेली सेवा शुरू करने से पहले डीजीसीए की अनुमति जरूरी होती है। डीजीसीए हेली सेवा शुरू होने से पहले सभी हेली कंपनियों के हेलीपैड व हेलीकाप्टर का निरीक्षण करता है। इसके साथ ही पायलट को भी अनुमति डीजीसीए देता है। यूकाडा को कार्य संचालन पर नियंत्रण करना होता है।

चारों धाम में यात्रा के लिए सरकार के नियंत्रण में अभी तक कोई हेली सेवा नहीं है। अभी हेली कंपनियां चारों धाम अथवा एक धाम के लिए देहरादून से चार्टर्ड सेवाएं दे रही हैं। केदारनाथ के लिए इनका किराया 90 हजार से लेकर 1.15 लाख रुपये तक है।

चार्टर्ड हेलीकाप्टर से यात्री केदारघाटी में बने हेलीपैड तक पहुंचते हैं और यहां से दूसरे हेलीकाप्टर में केदारनाथ जाते हैं। इस वर्ष यूकाडा इन चार्टर्ड हेलीकाप्टर का संचालन सीधे केदारनाथ तक करने की योजना बना रहा है। इसके लिए अभी यह देखा जा रहा है कि इनका समय किस प्रकार तय किया जाए,जिससे मानकों का उल्लंघन न हो।

प्रदेश में इस वर्ष चारधाम यात्रा में हेली सेवाओं को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए इन पर हाईटेक कैमरों से नजर रखी जाएगी। इसके लिए केदारघाटी में छह स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए जा रहे हैं।

इनके माध्यम से हेली सेवाओं का मानकों के अनुसार संचालन सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही इनसे मौसम पर भी नजर रखी जाएगी। उद्देश्य यह कि मौसम बिगडऩे की स्थिति में समय रहते हेली सेवाओं का संचालन रोका जा सके।

प्रदेश में इस वर्ष चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास परिषद (यूकाडा) का फोकस इस बार हेली सेवाओं के सुरक्षित संचालन पर है। दरअसल, गत वर्ष अक्टूबर में केदारघाटी से वापस लौटते हुए एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे हेली सेवाओं के संचालन को लेकर सवाल खड़े हो गए थे।

सवाल हेली सेवाओं के संचालन को लेकर बनाए गए मानकों के अनुपालन पर भी उठे। कहा गया कि कई बार निर्धारित मानक से अधिक हेलीकाप्टर एक साथ घाटी में उड़ते हैं। इसे देखते हुए यूकाडा ने इन पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। किसी हेली कंपनी द्वारा मानकों के उल्लंघन की बात पुष्ट होने पर उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

केदारनाथ मार्ग पर गरुड़चट्टी, लिनचोली, गौरीकुंड, रामबाड़ा व केदारनाथ हेलीपैड पर कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।

इस वर्ष केदारनाथ से बदरीनाथ हेली सेवा की भी उम्मीद जताई जा रही है। देहरादून से केदारनाथ हेली सेवा के लिए भी यूकाडा ने टेंडर आमंत्रित किए हैं। अभी दोनों मार्गों पर केवल एक-एक कंपनी ने रुचि दिखाई है। टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए न्यूनतम दो कंपनियों के आवेदन आने चाहिए। ऐसे में इन मार्गों पर फिर से टेंडर आमंत्रित किए गए हैं।

केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं का किराया तय कर दिया गया है। अब हेलीकाप्टर संचालन और यात्रियों के लिए गाइडलाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शनिवार से हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी जाएगी।

-सी रविशंकर, मुख्य अधिशासी अधिकारी यूकाडा

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