नई दिल्ली। कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट मामले की पुष्टि हुई थी। अब कोरोना वायरस के कप्पा वैरिएंट ने भी दस्तक दे दी है। ख़बरों की मानें तो उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में दो संक्रमितों में कप्पा वैरिएंट के लक्षण पाए गए हैं। स्थानीय प्रशासन संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री जमा करने में जुट गई है।
विशेषज्ञों ने डेल्टा प्लस वैरिएंट को अधिक खतरनाक बताया है। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के चलते देश में कोरोना की दूसरी लहर आई हैं। इस मद्देनजर सरकार कोरोना महामारी की तीसरी लहर टालने के लिए पर्याप्त कदम उठा रही है। आइए, कप्पा वैरिएंट के बारे में सबकुछ जानते हैं-
जैसा कि हम सब जानते हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के स्ट्रेन का नाम ग्रीक अल्फाबेटिकल लेबल्स (Greek alphabetical labels) पर रखा है। इस कड़ी में भारत में कोरोना वायरस के वैरिएंट स्ट्रेन का नाम डेल्टा और कप्पा पर रखा जाता है। डेल्टा प्लस वैरिएंट ( जो अन्य की तुलना में 60 फीसदी अधिक संक्रामक है) को बी.1.617.2 स्ट्रेन कहा जाता है। वहीं, कप्पा वेरिएंट को बी.1.617.1 का कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस स्ट्रेन की पहचान पिछले साल हुई थी।
डेल्टा प्लस वैरिएंट की तरह कप्पा वैरिएंट में भी संक्रमितों में खांसी, बुखार, दस्त, स्वाद चला जाना, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। हालांकि, यह अलक्षणी (म्यूटेंट्स) भी हो सकते हैं। इसके लिए मामूली लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें। कप्पा वैरिएंट को लेकर कई शोध किए जा रहे हैं। इन शोधों के जरिए कप्पा वैरिएंट की अन्य जानकारी भी सामने आ सकती है। फ़िलहाल गृह मंत्रालय द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रमुख हथियार मास्क, दो गज की दूरी और साफ सफाई हैं। अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। किसी कारणवश घर से बाहर निकलते हैं, तो सर्जिकल मास्क पहनकर निकलें। शारीरिक दूरी का पालन करें। साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। इम्यून सिस्टम मजबूत करने पर विशेष ध्यान दें। अपनी बारी आने पर कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं। कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर खुद को आइसोलेट कर जांच करा लें।