क‍िसान महापंचायत में राज्‍यसभा सदस्य संजय सिंह तथा जयंत चौधरी भी प

मुजफ्फरनगर। दिल्ली हिंसा के बाद गाजीपुर बार्डर पर धरना दे रहे भाकियू के राष्‍ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने व धरनास्थल से न हटने की घोषणा के साथ ही भावुक होने के बाद भाकियू का रुख बदल गया है। गुरुवार को दिन में धरना खत्म कराने की बात कहने वाले भाकियू के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आज मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में महापंचायत बुलाई।

महापंचायत में उमड़े क‍िसान। छोटा पड़ा जीआइसी मैदान। यहां पहुंचे कैराना के सपा विधायक नाह‍िद हसन ने क‍िसानों से गाजीपुर बार्डर चलने का आहवान किया। गठवाला खाप, लाटियान खाप समेत अन्य खाप चौधरी भी पहुंचे। अभी भाक‍ियू अघ्‍यक्ष नरेश ट‍िकैत का संबोधन शुरू नहीं हुआ है। पंचायत शुरू हो चुकी है जिसमें किसानों को आना अभी भी जारी है। महापंचायत में पहुंचे कैराना विधायक नाहिद हसन ने गाजीपुर बोर्डर पर चलने का किसानों से आह्वान किया।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ धरना पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत से भेंट करने के बाद अब बड़े नेता मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत में भी शामिल होंगे। पूर्व सांसद तथा राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ ही आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी नरेश टिकैत की महापंचायत में शामिल होंगे। संजय सिंह को आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश का सीएम कैंडीडेट घोषित कर रखा है।

 

घने कोहरे के बीच सुबह 10:30 बजे से किसान मैदान में पहुंचना शुरू हो गए। वहीं पुलिस प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए। मुख्य मार्गो पर कड़ी निगरानी की जा रही है। इस महापंचायत पर सभी की न‍िगाहें लगी हैं। माना जा रहा है कि नरेश टिकैत कोई बड़ा एलान कर सकते हैं। महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं।

पुलिस प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए हैं। मैदान को छावनी में तब्दील किया गया है। मुख्य मार्गो पर कड़ी निगरानी की जा रही है।रालोद के राष्‍ट्रीय महासच‍िव जयंत चौधरी के आने की भी चर्चा हैं। महापंचायत को लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है। सुबह उच्चाधिकारियों ने चौधरी नरेश टिकैत से फोन पर बातचीत की। आइबी के दो अधिकारी सिसौली में चौधरी नरेश टिकैत से मिले और बातचीत की।

महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। महिलाओं ने रवाना होने से पहले सिसौली स्थित किसान भवन पर पहुंचकर बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर पहुंचकर नमन किया। संकल्प लिया कि किसानों की इस लड़ाई में वह भी बराबर की भागीदार रहेंगी।महापंचायत में रालोद से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद है। वहीं जयंत चौधरी के आने की भी संभावना जताई जा रही है। महापंचायत को लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है। सुबह के समय उच्चाधिकारियों ने चौधरी नरेश टिकैत से फोन पर बातचीत की। आईबी के दो अधिकारी सिसौली में चौधरी नरेश टिकैत से मिले और बातचीत की।

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली- के गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। रातभर गहमागहमी का दौर जारी रहा। आज शक्रवार को मुजफ्फरनगर में नरेश टिकैत ने पंचायत का आयोजन किया है।इसी में आगे रणनीति पर विचार किया जाएगा। शुक्रवार को भी गाजीपुर में किसानों धरना जारी है। प्रशासन भी पसोपेश में है। 11 बजे बुलाई गई पंचायत में बड़ी संख्‍या में किसानों के पहुंचने की संभावना है। आज गाजीपुर में प्रशासन के साथ किसानों की वार्ता भी हो सकती है। वहीं राकेश टिकैत भी धरना जारी रखने पर अडिग हैं। किसानों की पंचायत को देखते हुए प्रशासन ने भी कमर कस ली है।

 

इसके पूर्व गुरुवार को दिन में गाजीपुर बार्डर से धरना उठाने की बात कहने वाले चौधरी नरेश टिकैत ने रात को फिर से किसान पंचायत बुलाई और एलान किया कि शुक्रवार को जीआइसी मैदान में पंचायत कर अगला निर्णय लिया जाएगा। गुरुवार शाम को चौधरी नरेश टिकैत ने सिसौली के किसान भवन में कहा कि कृषि कानून के विरोध में दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर लगभग दो माह से चल रहा धरना उठा लिया जाएगा। हालांकि देर शाम भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का रोते हुए वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ।

इसमें चौधरी राकेश टिकैत कह रहे हैं कि कृषि कानूनों को रद न किया गया तो वह आत्महत्या कर लेंगे। चौधरी राकेश टिकैत के इस बयान के बाद सिसौली समेत आसपास के क्षेत्र में असमंजस पैदा हो गया। इसके बाद रात करीब नौ बजे भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने आपात किसान पंचायत बुला ली। इसमें उन्होंने कहा कि शुक्रवार को दिन में 11 बजे सभी लोग मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कालेज मैदान में जुटेंगे। किसान आंदोलन में आगे की रणनीति पर वहीं निर्णय लिया जाएगा।

चौधरी टिकैत ने कहा कि रात में गाजीपुर बार्डर पर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। बगैर जांच पूरी हुए यदि गिरफ्तारी की गई तो हालात बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में नहीं लेते, लेकिन सरकार ऐसा करने को मजबूर कर रही है। पंचायत में रालोद के पूर्व विधायक राजपाल बालियान ने भी समर्थन का आश्वासन दिया।

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