शनि ने बदली चाल, इनको मिलेगी अपार धन-दौलत

नई दिल्ली:अप्रैल माह में 30 वर्षों के बाद अपनी साधारण राशि मकर को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश कर गए हैं। माना जाता है कि शनि एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। जिसका प्रभाव हर राशि पर पड़ता है।

बता दें कि शनि ग्रह 29 अप्रैल को कुंभ राशि में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद अब इसी राशि में रहने के साथ 5 जून को कुंभ राशि में ही वक्री हो जाएंगे और 13 जुलाई 2022 को वक्री होकर पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके बाद 17 जनवरी 2022 को पूर्ण रूप से कुंभ राशि में आ जाएंगे।

शनि ग्रह के गोचर से मीन राशि पर साढ़ेसाती आरंभ हो गई है और धनु राशि के लोग साढ़े साती से पूरी तरह से मुक्त हो गए है। इसके साथ ही कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण आरंभ होगा और मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण आरंभ हो गया है। मिथुन राशि, तुला राशि से शनि की ढैया समाप्त हो गई है। वहीं कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैय्या का आरंभ हो गई है।

शनि देव अष्टमेश व भाग्येश होकर इस राशि में भाग्य स्थान पर गोचर कर गए हैं। इसके साथ ही इस राशि से शनि देव की ढैया समाप्त हो गई है। शनि का कुंभ राशि में प्रवेश इस राशि के जातकों के लिए अत्यंत ही भाग्यशाली रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जीवन में संघर्ष कम होगा और सफलता के कई रास्ते खुलेंगे। कार्यक्षेत्र में सफलता के योग बन रहे हैं।

पहले से अटकी पड़ी सभी योजनाएं सुचारू रूप से चलने लगेंगी। अगर आप कुछ नया बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो यह समय विशेष फलदायी रहेगा। शनि के इस गोचर से शत्रु पक्ष परास्त होगा। पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। पेट से संबंधित रोग बढ़ सकते हैं। इसलिए पूरा ध्यान रखें।

इस राशि में शनि देव सुख भाव और पंचम स्थान के स्वामी होकर पंचम स्थान में ही संचरण कर रहे हैं। इसके साथ ही इस राशि पर ढैय्या हो गई है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए शनि का राशि परिवर्तन अच्छा साबित हो सकता है। आर्थिक लाभ मिलने के पूरे आसार है।

किसी काम या फिर फैमिली के साथ विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम के बाद ही सफलता प्राप्त होगी। पैतृक संपत्ति को लेकर परिवार में विवाद उत्पन्न हो सकता है । संतान पक्ष से माता पिता चिंतित रह सकते हैं। दाम्पत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है।

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