सिक्किम: पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम में बादल फटने की घटना सामने आने के बाद गुरुवार को राज्य शिक्षा विभाग की तरफ से सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 15 अक्तूबर तक बंद करने का निर्देश जारी किया गया है। इससे पहले शिक्षा विभाग ने बुधवार को एक परिपत्र में पहले सरकारी और निजी स्कूलों को 08 अक्तूबर तक बंद करने का आदेश दिया था।
यह सर्कुलर तीस्ता नदी बेसिन में अचानक आई बाढ़ के कारण हुई आपदा के कारण सिक्किम में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अगली सूचना तक बंद करने के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्देश के कुछ घंटों के भीतर आया है।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक चौदह शव मिल चुके हैं, जबकि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बुधवार तड़के बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में बाढ़ आ गई, जिसके बाद 22 सेना कर्मियों सहित 102 लोग लापता हैं।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘राज्य की राजधानी गंगटोक से 30 किलोमीटर दूर सिंगतम में एक स्टील पुल (जिसे इंद्रेनी पुल के नाम से जाना जाता है) बुधवार तड़के तीस्ता नदी के पानी में पूरी तरह बह गया।’ सिक्किम सरकार ने एक अधिसूचना में कहा कि प्राकृतिक आपदा को आपदा घोषित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, उफनती तीस्ता नदी के कारण प्रमुख सड़कें और पुल बह गए हैं। इस बीच बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग-10 समेत प्रमुख सड़कें बह गईं हैं। बादल फटने के बाद सिक्किम में अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है।