उत्‍तराखंड का यह गांव पर्यटकों की पहुंच से दूर

देहरादून : उत्‍तराखंड में ऐसा कोई मौसम नहीं होता जब पर्यटन स्‍थलों पर पर्यटकों की भीड़ न दिखाई दे। वीकेंड पर तो अक्‍सर ये पर्यटक स्‍थल पैक हो जाते हैं। हजारों पर्यटक इन प्रसिद्ध स्‍थलों पर पहुंचते हैं, लेकिन इनके साथ ही उत्‍तराखंड में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जो पर्यटकों की पहुंच से दूर हैं। इन जगहों पर जाकर प्रकृति के अनूठे स्‍वरूप का नजारा देखा जा सकता है।

आज हम आपको एक ऐसे ही हिल स्‍टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जो गुमनाम है। बहुत कम लोगों को कलाप गांव की जानकारी है, लेकिन की सुंदरता शिमला और मसूरी जैसा अहसास कराती है। उत्‍तराखंड के उत्‍तरकाशी जिले में स्थित कलाप गांव में प्राकृतिक सुंदरता का भंडार है। नवंबर और दिसंबर के महीने में आप यहां पर अपनी छुट्टियां प्‍लान कर सकते हैं।

कलाप गांव में कर्ण का मंदिर है। जहां 10 साल के अंतराल पर कर्ण महाराज उत्सव मनाया जाता है।यहां के निवासियों की आमदनी का मुख्य सहारा खेती है।यह भी पढ़ें : कहां हुआ था भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह? प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में फेमस है यह स्थान

कलाप नई दिल्ली से 450 किमी और देहरादून से 210 किमी की दूरी पर स्थित है। कलाप पहुंचने के लिए सबसे पास का बस-रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा देहरादून में है। उत्‍तरकाशी पहुंचने के लिए देहरादून और ऋषिकेश के बस या टैक्‍सी ली जा सकती है।

कलाप के पास की जगह पहुंचने के लिए कार से 6 घंटे या बस से 10 घंटे लगते हैं। लेकिन यहां से आपकेा पैदल जाना होगा। यहां से दो पैदल रास्‍ते कलाप गांव पहुंचते हैं। एक पर 8 किमी तो दूसरे पर पांच किमी की दूरी तय करनी होती है।

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