कोरोना के खतरे के बीच उमड़ रहे पर्यटक

ऋषिकेश। कोरोना संक्रमण के बीच अब तीर्थनगरी में सप्ताहांत पर पर्यटकों का हुजूम स्थिति खतरे को न्योता दे रही है। रविवार को तीर्थनगरी क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे। आलम यह था कि सड़कों पर उत्तराखंड की नहीं बल्कि हरियाणा, दिल्ली व उत्तरप्रदेश के नंबरों के वाहनों की अधिक भरमार दिखी। जिससे रविवार को भी स्थानीय नागरिकों को जाम से जूझना पड़ा। तीर्थनगरी के सभी पर्यटक स्थल सैलिनियों से पैक रहे।

कोविड कफ्र्यू में छूट मिलने के बाद ऋषिकेश में सप्ताहांत पर पर्यटकों की भारी आमद बढ़ने लगी है। मसूरी व अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में अभी भी आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता के चलते ऋषिकेश व आसपास का क्षेत्र पर्यटकों के लिए सबसे सुलभ बना हुआ है। यही वजह है कि सप्ताहांत पर बड़ी संख्या में हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से पर्यटक बड़ी तादात में अपने निजी वाहनों के साथ यहां पहुंच रहे हैं। ऋषिकेश, मुनिकीरेती, तपोवन, स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला के अलावा गंगा तथा हेंवल घाटी के सभी होटल और कैंप पैक हो गए हैं।

वाहनों का दबाव बढ़ने से ऋषिकेश, मुनिकीरेती व तपोवन क्षेत्र में सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही। जिससे तीर्थनगरी क्षेत्र में यातयात व्यवस्था चरमरा गई। आलम यह था कि सड़कों पर ज्यादातर वाहन दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के नंबरों के थे। शहर के भीतर यातायात व्यवस्था को सुचारु करने के लिए पुलिस ने श्यामपुर चौकी से वाहनों को बाईपास मार्ग पर डायवर्ट किया। जिससे गुमानीवाला, ढालवाला आदि क्षेत्रों में भी जाम की स्थिति बनी रही। बड़ी बात यह है कि पर्यटक स्थलों पर पहुंच रहे सैलानी कोविड गाइडलाइन का पालन तक नहीं कर रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग तो दूर ज्यादातर पर्यटक मास्क भी नहीं पहन रहे हैं, जिससे पर्यटकों की इस भीड़ से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका है।

यमकेश्वर के उप जिलाधिकारी संदीप कुमार ने क्षेत्र में बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए क्षेत्र का भ्रमण किया। जिसके बाद उन्होंने व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने व्यापारियों से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सावधानी बरतने और पर्यटकों को भी कोविड गाइडलाइन का पालन कराने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि सप्ताहांत पर स्वर्गाश्रम व लक्ष्मणझूला क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो क्षेत्र में रविवार को अवकाश रखने के लिए प्रशासन को सुझाव दिया जाएगा।

उधर, टिहरी जिला प्रशासन ने भी राजस्व की टीम के माध्यम से मुनिकीरेती व तपोवन क्षेत्र के होटलों का डाटा तैयार कराया। ताकि यहां बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाने के लिए समय पर आवश्यक कदम उठाए जा सकें।

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