भीषण गर्मी से 53 लोगों की मौत

देवरिया: देवरिया जिले में पिछले करीब 10 दिनों से 42-43 डिग्री तापमान बना हुआ है। इससे गर्मी जानलेवा हो गई है। बीते 24 घंटे में भाजपा नेता के इकलौते पुत्र सहित 53 लोगों की मौत हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के मरीज बढ़ गए हैं। इसी वजह से अधिक लोगों की जान जा रही है। सीएमओ ने लोगों को दोपहर में घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है।

जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में शनिवार की शाम पांच बजे से रविवार की शाम पांच बजे तक 35 लोग मृत अवस्था में लाए गए, जबकि 18 मरीजों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। अधिक मरीज आने से इमरजेंसी में अफरातफरी का माहौल बना रहा। कई मरीजों को बेड नहीं मिला। किसी का स्ट्रेचर पर तो किसी का फर्श पर लिटाकर इलाज किया गया।

डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी का प्रकोप बढ़ने से मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। शनिवार की रात में मरने वाली की संख्या सबसे अधिक रही। शाम पांच बजे से रात एक बजे तक मरीजों के आने का तांता लगा हुआ था। रविवार की शाम पांच बजे तक काफी संख्या में मरीज आए। मरीजों में अधिकतर बुजुर्ग हैं।

गर्मी से इतने लोग मर रहे हैं कि हम लोगों को एक मिनट की फुर्सत नहीं मिल रही है। 25-30 शव ढोने से हालत खराब हो गई है।
– जितेंद्र, शव वाहन चालक

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हीट स्ट्रोक को देखते हुए तैयारी की है। पुराने भवन में दस बेड का एक वार्ड बनाया गया है, जहां पंखा और एक एसी लगाया गया है, लेकिन वार्ड बंद है। उसमें अब तक एक भी मरीज भर्ती नहीं किया गया है।

तेज गर्मी के कारण इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। लू लगने व गर्मी से बुखार, सांस में दिक्कत, बेहोशी की हालत सहित अन्य परेशानी के मरीज आ रहे हैं। करीब छह-सात मौत हर रोज हो रही है। लोगों को धूप से बचना चाहिए।
– डॉ. सीपी तिवारी, इमरजेंसी मेडिकल अफसर

भीषण गर्मी को देखते हुए सभी सीएचसी और पीएचसी में दवा, ओआरएस घोल सहित अन्य जरूरी सामान को उपलब्ध करा दिया गया है। जिन स्थानों पर किसी की जरूरत है, उसे शीघ्र मंगाने का प्रभारियों को निर्देश दिया किया गया है। गर्मी से बचने की जरूरत है। दिन में 12 से चार बजे तक घर से न निकलें। जरूरी हो तो गमछा, छाता लगाएं, पानी साथ लेकर चलें और बिना प्यास के कुछ-कुछ देर पर पीते रहें।
– डॉ. राजेश कुमार झा, सीएमओ

गोरखपुर के में जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में रविवार को शाम सात बजे तक करीब 150 मरीज हीट स्ट्रोक और डायरिया के भर्ती हुए हैं। वहीं, जिला अस्पताल की इमरजेंसी में आठ लोगों को मृत अवस्था में लाया गया। भर्ती होने के 10 मिनट बाद एक महिला की सांस फूलने से मौत हो गई। आशंका है कि इस सबकी मौत लू और गर्मी के चपेट में आने से हुई है।

जिले में तीन और लोगों की हीट स्ट्रोक से मौत होने की बात कही जा रही है। इनमें एक 70 तो दूसरे 60 साल के थे। जिला अस्पताल का जनरल व चाइल्ड वार्ड बुखार व उल्टी-दस्त के मरीजों से भर गया है।

बस्ती के जिला अस्पताल में हर दिन उल्टी दस्त व हाई फीवर के 200 मरीज भर्ती हो रहे हैं। हालांकि हीट स्ट्रोक का कोई मामला अब तक दर्ज नहीं हुआ है। लक्षण के अनुसार इलाज किया जा रहा है। इमरजेंसी में पिछले 24 घंटे में 31 मरीज भर्ती हुए हैं। इसमें उल्टी-दस्त के 24 जबकि तेज बुखार के 7 मरीज शामिल हैं। प्रभारी एसआईसी डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल में अब तक लू लगने का एक भी मामला नहीं आया है। न ही कोई मौत हुई है।

संतकबीरनगर के जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार शाम एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की माैत हो गई। परिजन उसे अचेत अवस्था में लेकर अस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के बड़हरा विशंभरपुर गांव में आंधी और बारिश के दौरान बिजली गिरने से बगाीचे में बैठे 32 वर्षीय मथुरा यादव की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए हैं।

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