चीन में 30 दिनों में 60,000 लोगों की मौत

चीन : चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही भारत, जापान और अमेरिका जैसे देशों में भी नई लहर का खतरा मंडराने लगा है। इसी बीच चीन ने जीरो कोविड पॉलिसी हटाने के बाद पहली बार कोरोना से हुई मौतों का आधिकारिक आंकड़ा जारी किया है।

चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, 8 दिसंबर से 12 जनवरी तक यानी 35 दिनों में 60 हजार लोगों की मौत हुई। मरने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 65 साल से ज्यादा थी।

भारत में शुक्रवार को 181 नए मामले सामने आए। एक मौत दर्ज की गई। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 1,254 एक्टिव केस हैं। कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने वीडियो शेयर किया है। इसमें कुछ बुजुर्ग प्रदर्शन करते दिख रहे हैं। इन बुजुर्गों को पेंशन और मेडिकल इंश्योरेंस पेमेंट नहीं मिली है। जिसकी वजह से ये विरोध हो रहा है। जेंग के मुताबिक, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के पास देने के लिए पैसे नहीं हैं। यहां आर्थिक संकट पैदा हो रहा है।

चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक, 11 जनवरी तक देश की 64% आबादी यानी 90 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि गांसु प्रांत की 91% आबादी, हेनान प्रांत की 89% आबादी, युनान की 84% आबादी और किंघाई प्रांत की 80% आबादी संक्रमित है।

जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार (14 जनवरी) को 1 लाख 32 हजार 71 मामले दर्ज किए गए। राजधानी टोक्यो में 10,727 मामले सामने आए। मौत का कुल आंकड़ा 503 रहा। 693 नए लोग अस्पताल में भर्ती हुए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जापान में 15 जनवरी के बाद कोरोना के मामलों में उछाल आ सकता है।

दुनिया में अब तक 67 करोड़ 10 लाख 26 हजार 843 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 29 हजार 74 मौतें हो चुकी हैं।

चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है।

ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया है।

चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। तब से अब तक शी जिनपिंग सरकार ने इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू किए। जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई। बेहद सख्त लॉकडाउन लगते रहे। तमाम दावों और वादों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं किया जा सका।

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