देहरादून। हिमाचल प्रदेश के चंबा के बाद अब उत्तराखंड के चमोली जिले में भी बादल फटा है। इससे घाट बाजार में मलबा घरों और दुकानों में घुस गया। मलबा आते ही घाट बाजार में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय निवासियों ने किसी तरह इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद राजस्व पुलिस, रेगुलर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर स्थानीय निवासियों के साथ घरों में फंसे दो बच्चों सहित चार लोगों को सुरक्षित निकाला।
वहीं, केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड में बर्फबारी का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है।
वहीं, पर्वतीय इलाकों में आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। इसके अलावा मैदानी इलाकों में 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। मौसम केंद्र के अनुसार, उत्तराखंड में शुक्रवार तक मौसम का मिजाज बदला हुआ रहने के आसार हैं। वहीं, सीएम त्रिवेंद्र रावत ने घटना को लेकर जिलाधिकारी से बात की।
चमोली जिले के घाट में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिलाधिकारी चमोली को फोन कर प्रभावितों तक तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज और बेघर हुए लोगों के भोजन व रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगो को हुऐ नुकसान का आकलन करते हुए प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि अविलंब उपलब्ध कराई जाए।
रुद्रप्रयाग केजखोली क्षेत्र में तिलवाड़ा-मयाली मोटर मार्ग पर स्थान बैनोली के निकट देर शाम गदेरे में अतिवृष्टि के कारण पांच आवासीय घरों में पानी और मलबा भर गया। खेत भी बह गए हैं। गांव की पेयजल लाईन भी क्षतिग्रस्त हुई है। अतिवृष्टि की सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी जखोली उपनिरीक्षक ललित मोहन भट्ट पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे हैं। इस घटना में जान-माल का नुकसान नहीं है। वहीं, तिलवाड़ा-मयाली मार्ग बाधित हो गया है, मलबा हटाया जा रहा है।
दून और आसपास के इलाकों में भी मौसम ने रंग बदला। काले बादलों के डेरे के बीच तेज हवाएं चलीं और कई जगह बौछारें भी गिरीं। विकासनगर में अंधड़ के कारण पेड़ और विद्युत पोल गिरने की सूचना है। जबकि, मसूरी में करीब दो घंटे झमाझम बारिश से ठंड लौट आई है।