कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी बनाने का किया ऐलान

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा दे चुके कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह जल्‍द ही खुद की राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। कैप्‍टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर बताया कि किसानों सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्‍द ही नए दल की घोषणा की जाएगी। कैप्‍टन ने बीजेपी के साथ सशर्त गठबंधन की बात भी कही है। सीएम पद से हटने के बाद ही कैप्‍टन ने नई पार्टी बनाने के संकेत दे दिए थे।

पूर्व सीएम ने कहा कि अगर अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले किसानों के हित में तीनों कृषि कानूनों पर चल रहे विवाद का समाधान कर दिया जाता है तो वह बीजेपी के साथ सीटें शेयर करने पर विचार करेंगे। कैप्‍टन ने कहा कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुट के साथ गठबंधन की संभावना भी देख रहे हैं।

अमरिंदर सिंह ने कहा- ‘जब तक मैं अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेता, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। पंजाब को राजनीतिक स्थिरता और आंतरिक व बाहरी खतरों से सुरक्षा की जरूरत है। मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि इसकी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वह सब करूंगा जो आज दांव पर है।’

गौरतलब है कि सीएम पद से हटने के बाद गत 30 सितंबर को कैप्‍टन ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया है। अमरिंदर ने यह भी कहा था कि वह बीजेपी में नहीं जा रहे हैं। उसी समय से अटकलें लग रही थीं कि वह जल्‍द अपनी नई पार्टी लॉन्‍च कर सकते हैं। अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को पंजाब कांग्रेस के सीएम पद से इस्तीफा दिया था।

एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में अमरिंदर ने कहा था, ‘मैं अब तक कांग्रेस में हूं लेकिन आगे नहीं रहूंगा। मैंने पहले ही अपनी पोजिशन स्पष्ट कर दी है कि मेरे साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाएगा। मैं कांग्रेस में 50 साल से हूं। मैंने बताया कि सबको पता है कि मेरे अपने मत हैं, अपने सिद्धांत हैं।’

अमरिंदर सिंह ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था, ‘जिस तरह मेरे साथ कांग्रेस के अंदर व्यवहार हुआ, साढ़े 10 बजे मुझे हाईकमान कॉल करते हैं कि आप इस्तीफा दे दो। मैंने एक बार भी नहीं पूछा क्यों, मैंने तुरंत इस्तीफा लिखकर 4 बजे राज्यपाल को दे दिया। जो पर्यवेक्षक आए थे उन्होंने सबको कॉल किया लेकिन सीएम हाउस में किसी ने नहीं जाना। अगर 50 साल बाद मेरी विश्वसनीयता पर शक हो रहा है तो फिर कुछ बचा नहीं।’

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