मौत की भविष्यवाणी करने वाला कैलकुलेटर,मार्केट में लॉन्च !

कनाडा के रिसर्चर्स ने एक ऐसा ऑनलाइन कैलकुलेटर बनाया है जो आपको आपकी मौत की तारीख बताएगा

उदय दिनमान डेस्कः आप भी इस बात से चैक गए होंगे। कहते है कि मौत तो सत्य है और अगर इसके बारे में आपको पहले ही पता चल जाए तो आप शायद खुद को भाग्यशाली मानेंगे। चलिए आपको बताते है कि आखिर क्या है यह माजरा। सोशल मीडिया की रिपोर्टाें के अनुसार मौत का कैल्कूलेकर मार्केट में आ गया है।यह दावा हम नहीं कर रहे हें, वल्कि कनाडियाई मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में छपी रिसर्च बता रही है।

मौत दुनिया का शास्वत सत्य है. हर किसी को एक ना एक दिन मरना ही है. कौन सा दिन किसकी जिंदगी का आखिरी दिन हो जाए, कोई नहीं जान सकता. लेकिन आने वाले समय में ये बातें गलत साबित हो जाएंगी(Know Your Death Date). रिसरचर्स ने एक ऐसी मशीन बनाने का दावा किया है जो पहले ही बता देगा कि सामने वाले इंसान की मौत किस तारीख को होगी (Death Prediction). इससे शख्स के पास अपनी मौत से पहले बची हुई जिंदगी मनमुताबिक़ जीने का ऑप्शन रहेगा.

मार्केट में मौत की डेट बताने वाला कैलकुलेटर लॉन्च किया गया है. इस कैलकुलेटर का नाम है Risk Evaluation for Support: Predictions for Elder-Life in the Community Tool (RESPECT). इसमें दुनिया के करीब आधे बुजुर्गों का डेटा फीड किया गया है. इससे उनकी जिंदगी की एवरेज उम्र निकाल उनकी मरने की तारीख़ को कैलकुलेट किया जाएगा. ये डिवाइस अगले चार हफ्ते में होने वाली मौतों का भी अनुमान लगा लेगा.

 

इस डिवाइज की तैयारी 2013 से हो रही थी. उस समय से लेकर 2017 तक के बीच करीब पांच लाख लोगों ने अपनी मेडिकल स्थिति, हालत की डिटेल इसमें प्रोवाइड की. इनकी हालत ऐसी है कि अगले पांच साल में इनकी मौत हो सकती थी. इन्हीं के आधारपर रिसर्चर्स ने आगे की तैयारी का मशीनरी पर काम किया. लोगों ने अपने हेल्थ रिस्क की डिटेल दी, जिसमें उन्हें आए किसी स्ट्रोक या कमजोरी का भी जिक्र किया गया. इनके आधार पर तय किया गया कि वो शख्स अब आगे कितने साल जियेगा.

रिसर्चर्स ने पाया कि बीमार होने के बाद शख्स घटी फिजिकल क्षमता से उसकी मौत का संबंध है. अगर अचानक बॉडी में सूजन आ रही है, वजन कम हो रहा है या भूख मिट रही है तो ये मौत के निशान है. इनकी आगे महीने में मौत की संभावना है. इस डिवाइज को लेकर कनाडा के ओटावा यूनिवर्सिटी और Bruy re Research Institute के इन्वेस्टिगेटर डॉ एमी हसु ने बताया कि अगर लोग जान जाएंगे कि उनकी मौत कब होगी तो वो अपने परिवार के साथ आखिरी समय अच्छे से बिता पाएंगे. वो छुट्टियों पर जा पाएंगे और अपनी बची जिंदगी का आनंद उठा पाएंगे. ये पूरी रिसर्च कनाडियाई मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में छपी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *