कोलकाता। कमरहट्टी पालिका के कई वार्ड में इन दिनों डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है। पेट दर्द, उल्टी की समस्या को लेकर डायरिया के कारण दो महिलाओं की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि लगभग 70 लोग डायरिया की चपेट में हैं। यही कारण है कि लोगों में इसको लेकर आतंक मचा है।
प्राथमिक तौर पर माना जा रहा है कि पानी में गड़बड़ी के कारण लोग इस रोग से पीड़ित हो रहे हैं जिसे देखते हुए उन्हें पालिका की ओर से सचेत किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर 1,2,3,4 व 5 में इसका प्रभाव अधिक है। महिलाओं की इससे मौत हो जाने के बाद परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए पालिका की ओर से माइकिंग कर लोगों को पानी उबालकर व छानकर पीने को कहा जा रहा है, साथ ही संबंधित दवाएं भी पालिका की ओर से लोगों के घर-घर तक पहुंचाने की बात कही जा रही है।
लोगों को आतंकित ना होकर विशेष सतर्कता बरतने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इन परिस्थितियों को लेकर कमरहट्टी पालिका प्रशासक मंडली के सदस्य व स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे विमल साहा ने कहा कि उक्त वार्ड में जगह-जगह पानी की पाइपें फट गयी हैं संभवतः वहीं से गंदा पानी घरों में पहुंच रहा है और लोग दूषित पानी पीकर बीमार पड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फैल रहे संक्रमण को देखते हुए फिलहाल इन 5 वार्डों में लोगों को पालिका का पानी पीने से मना किया गया है। लोगों के घर-घर जाकर स्वच्छ पानी व डायरिया की दवाइयां दी जा रही हैं ताकि जिनमें भी इसके लक्षण दिख रहे हों वे घर पर ही चिकित्सा सेवा लेकर स्वस्थ हो जायें। उन्होंने कहा कि लोगों को आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि सारी उचित व्यवस्थाएं हम कर रहें हैं। जहां-जहां यह समस्या सामने आयी है वहां के पानी को टेस्ट के लिए लैब में भेजा गया है।
वहीं, पालिका पर भारी लापरवाही का आरोप भाजपा नेता गोविंद झा ने लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कई महीनों से ही पाइप लाइन की मरम्मत तो सड़क मरम्मत के नाम पर अंचल में जगह-जगह गड्ढे खोदे गये हैं और तभी जगह-जगह पेयजल की पाइपें फट गयीं मगर उसे ठीक करने के बजाय ऐसे ही छोड़ दिया गया। वहीं पानी की टंकियों की भी साफ-सफाई के अभाव के कारण कमरहट्टी अंचल में इस तरह से डायरिया फैला है।
लोग आतंकित हो उठे हैं। उन्होंने कहा कि पालिका को इस परिस्थिति में सभी पीड़ितों तक आवश्यक सुविधाएं पहुंचानी होंगी। हम खरीदकर पानी नहीं पी सकते हैं अतः इन सभी पांचों वार्डों में पालिक की ओर से लोगों के लिए पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए।