देहरादून। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी को मिलजुलकर कार्य करना है। इसके लिए एक प्रभावी कार्ययोजना बननी चाहिए। उन्होंने कोविड की रोकथाम और जनजागरूकता अभियान में पूर्व सैन्य चिकित्सकों व कर्मियों की मदद लिए जाने का सुझाव भी दिया।
राज्यपाल ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सैन्य अधिकारियों से राज्य के सैन्य अस्पतालों की तैयारियों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने उक्त बातें कहीं। कान्फ्रेंसिंग में जीओसी सब एरिया ने जानकारी दी कि राज्य के पांचों सैन्य अस्पताल देहरादून, रुड़की, रानीखेत, पिथौरागढ़ व लैंसडौन कोविड-19 के उपचार के लिए उपलब्ध हैं।
सैन्य अस्पताल देहरादून में 246 कोविड बेड हैं, जिनमें 50 आक्सीजन सपोर्टेड हैं। अस्पताल में आक्सीजन सपोर्टेड बेड बढ़ाए जा रहे हैं। सैन्य अस्पताल रुड़की में 50 आक्सीजन सपोर्टेड बेड सहित 126 कोविड बेड हैं।
देहरादून व रुड़की में रोजाना आरटीपीसीआर टेस्ट और रैपिड टेस्ट कराए जा रहे हैं। सैन्य अस्पताल देहरादून के कमांडेंट ने जानकारी दी कि अस्पताल द्वारा टेलीफोन पर भी चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध कराई जा रही है।
निदेशक सैनिक कल्याण ने राज्यपाल को बताया कि करीब 300 पूर्व सैनिक कोरोना संकटकाल में अपनी सेवाएं देने के इच्छुक हैं। जरूरत के हिसाब से पुलिस की सहायता और अस्पतालों में सुरक्षा व भीड़ नियंत्रण में इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं।
उपनल के प्रबंध निदेशक ने जानकारी दी कि राज्य के दोनों मंडलों से लगभग 298 रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हुई है। इनमें 105 स्टाफ नर्स और 40 वार्ड ब्वाय की सेवाओं की आवश्यकता बताई गई है। उन्होंने बताया कि उपनल द्वारा कोरोना काल में अभी तक 270 लोग सेवायोजित किए जा चुके हैं।