वॉशिंगटन: प्रशांत महासागर में वैज्ञानिकों ने एक विशाल समुद्री पर्वत खोजा है। जो आज से पहले अनदेखा था। पर्वत समुद्र की सतह से 5249 फीट ऊपर है। यह दुबई में दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा से लगभग दोगुना ऊंचा है।
इस पर्वत को सीमाउंट कहा जाता है, जो लगभग 7,900 फीट की गहराई पर स्थित है और समुद्र तल से लगभग 13,100 फीट नीचे स्थित है। श्मिट ओशन इंस्टीट्यूट (SOI) के नेतृत्व में एक अभियान चलाया गया। अभियान के तहत अंतरराष्ट्रीय समुद्र में ग्वाटेमाला के विशेष आर्थिक क्षेत्र से लगभग 135 किमी की दूरी पर पर्वत का पता चला है।
अमेरिका की राष्ट्रीय समुद्री और वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) सीमाउंट को एक ऐसे पहाड़ के रूप में परिभाषित करता है, जिसकी ढलानें खड़ी हैं। सीमाउंट अक्सर शंकु के आकार के होते हैं जिनका निर्माण प्राचीन ज्वालामुखियों से हुआ होता है।
पूरे पृथ्वी पर महासागर में ऐसी कई समुद्री भूवैज्ञानिक संरचनाएं हैं, हालांकि सटीक संख्या अज्ञात है। अनुमान के मुताबिक 1 लाख से ज्यादा सीमाउंट मौजूद हैं, जो कम से कम 1000 मीटर ऊंचे हैं। हालांकि इनमें से कुछ को ही खोजा गया है।
इस सीमाउंट का पता लगाने के लिए शोध जहाज फाल्कोर पर ईएम 124 मल्टीबीम इको साउंडर का उपयोग किया गया। इस उपकरण के इस्तेमाल से समुद्र तल की हाई रिजॉल्यूशन मैपिंग पूरी हो सकती है। डेटा के मुताबिक यह पर्वत पांच वर्ग मील से ज्यादा क्षेत्र में फैला है।
SOI के कार्यकारी निदेशक ज्योतिका विरमानी ने कहा, ‘समुद्र के नीचे छिपा 1.5 किलोमीटर से अधिक ऊंचा पर्वत मिला है। ये अभी तक लहरों के नीचे छिपा था। वास्तव में हमें इससे पता चलता है कि अभी कितना कुछ खोजना बाकी है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘एक कंप्लीट सीफ्लोर मैप हमारे महासागर को समझने का एक मूलभूत तत्व है। ऐसे युग में रहना बेहद रोमांचक है, जिसमें टेक्नोलॉजी के जरिए पहली बार हमें ग्रह के इन अद्भुत हिस्सों का मैप बनाने और देखने की अनुमति मिलती है।’ सीमाउंट जैव विविधता के लिए हॉटस्पॉट होते हैं। इनकी सतहों पर विभिन्न प्रकार के क्रस्टेशियंस, स्पंज और कोरल बस सकते हैं। अन्य जानवर इनसे भरण पोषण प्रदान करते हैं।