नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द बजट सत्र से पहले दोनों सदनों को संबोधित कर रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करेंगी।
मेरी सरकार की संवेदनशील नीतियों के कारण देश में अब स्वास्थ्य सेवाएं जन साधारण तक आसानी से पहुंच रही हैं। 80 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स और करोड़ों की संख्या में जारी आयुष्मान भारत कार्ड से गरीबों को इलाज में मदद मिली है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार द्वारा 64 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन एक सराहनीय उदाहरण है। इससे न केवल वर्तमान की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाले संकटों के लिए भी देश को तैयार किया जा सकेगा।
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत के सामर्थ्य का प्रमाण वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज लगाने का रिकॉर्ड पार किया। आज हम पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज देने वाले अग्रणी देशों में से एक हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आजादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धा-पूर्वक स्मरण करता हूं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे। लोकसभा सचिवालय ने कहा कि संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा और 8 अप्रैल को समाप्त होगा, जिसमें सत्र का पहला भाग 11 फरवरी तक चलेगा। लोकसभा सचिवालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बजट सत्र में 12 फरवरी से 13 मार्च तक का अंतराल होगा।
इस दौरान स्थायी समितियां मंत्रालयों/विभागों की अनुदान मांगों की जांच करेंगी और उस पर रिपोर्ट तैयार करेंगी। बजट सत्र के दौरान 29 बैठकें होंगी, पहले भाग में 10 और दूसरे भाग में 19 बैठकें होंगी।
इससे पहले, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार शाम को संसद के बजट सत्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सभी सांसदों से सत्र शुरू होने से 48 घंटे पहले RTPCR टेस्ट कराने का अनुरोध किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के एक प्रश्न के उत्तर में अधिकारियों ने बताया कि सात दिनों के होम क्वारंटाइन के बाद भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी भी परीक्षण की आवश्यकता नहीं है।