लॉकडाउन के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग

चीन: चीन में एक तरफ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ लोग प्रतिबंधों के खिलाफ सड़कों पर हैं. लोग कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. एक दिन पहले चीन में करीब 40 हजार कोरोना पॉजिटिव केस आए थे.

वहीं आज 40,347 नए मामले दर्ज किए गए हैं. ये लगातार पांचवें दिन रिकॉर्ड केस आए हैं. इनमें से 3,822 लक्षण वाले (Symptomatic) थे और 36,525 बिना लक्षण वाले (Asymptomatic) हैं.

चीन में शी जिनपिंग की सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. एक तरफ कोरोना के बढ़ते मामले तो दूसरी ओर जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से जबरदस्ती घरों में कैद करके रखे जाने से लोग परेशान हैं. चीन की राजधानी बीजिंग के बाद कई शहरों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. शंघाई में विरोध तेज होता जा रहा है.

शंघाई में सोमवार सुबह सड़क पर नीले रंग के बैरियर लगा दिए गए हैं. यहां पर शनिवार और रविवार को बड़े पैमाने पर लोग सड़कों पर उतर गए थे. उनके हाथों पर तख्तियां थीं.

लोगों का कहना है कि उनको अब ये प्रतिबंध बर्दाश्त नहीं हैं. सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए, मौन विरोध में कागज की खाली शीट लिए हुए थे, जबकि अन्य लोगों ने सार्वजनिक रूप से चीनी नेता शी जिनपिंग को इस्तीफा देने के लिए कहा.

लेकिन आज सुबह सड़क पर सन्नाटा पसर गया है, तस्वीरों में सामान्य यातायात गतिविधि दिखाई दे रही है और कुछ और – बड़े नीले अवरोध केवल सप्ताहांत की घटनाओं की याद दिलाते हैं.

ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में चाइना सेंटर के निदेशक राणा मित्तर ने कहा गया कि देश के शीर्ष नेतृत्व को इस बात का एहसास नहीं हो सकता है कि लोग चल रहे कोविड प्रतिबंधों से कितने नाखुश हैं.

चीन की कम्युनिष्ठ पार्टी ने मीडिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कितनी गंभीर रूप से प्रतिबंधित किया गया है. सोशल मीडिया पर बहुत सारे वीडियोज वायरल हो रहे हैं. जिसमें लोगों का गुस्सा साफ नजर आ रहा है.

एक दिन पहले ही यहां पर आग लगने के कारण 10 लोगों की मौत हो गई थी. लोगों ने आरोप लगाया था कि कोविड प्रतिबंधों के कारण रेस्क्यू नहीं हो पाया जिससे ये मौतें हुईं.

बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में एक विशेषज्ञ ने कहा कि कोरोना एक तर्क हो सकता है लेकिन सरकार ने यह महसूस नहीं किया है कि लोग कितने दुखी हैं. वास्तव में कोरोना से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? एक अलग वैक्सीन रणनीति बने और इस पर काम होना चाहिए.

बीजिंग में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ अलग तरह से प्रतिक्रिया दी है. अब वो लॉकडाउन खत्म करो नहीं बल्कि व्यंग्यात्मक रूप से मांग की है कि वे अधिक कोरोना टेस्टिंग और लॉकडाउन चाहते हैं.

यूएस थिंक टैंक द काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस पर आधारित एक चीनी स्वास्थ्य नीति विशेषज्ञ यानज़ोंग हुआंग का कहना है कि हालांकि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि चीनी सरकार अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के लिए तैयार है.

उरुमकी में पहले से ही कोविड प्रतिबंधों में कुछ ढील दी गई है, जहां शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन हुए थे. लेकिन हुआंग का कहना है कि भले ही स्थानीय सरकारें कहीं और विरोध के जवाब में नीति को बदलने का फैसला करती हैं, फिर भी उन्हें देश भर में कोविड मामलों में तेजी से उछाल को रोकना होगा.

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