अंटार्कटिका में तेजी से पिघल रही समुद्री बर्फ

नई दिल्ली। नासा की अलग-अलग सैटेलाइट हमेशा पृथ्वी से जुड़ी कई घटनाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करती रहती है। कई सैटेलाइट का काम पृथ्वी के विशेष हिस्सों की तस्वीरे लेना है।

ऐसी ही तस्वीरें नासा की एक्वा सैटेलाइट ने ली है, जो अंटार्कटिक प्रायद्वीप के चारों ओर समुद्री बर्फ के टूटने और पिघले को दर्शा रही हैं। हालांकि, यह एक मौसमी घटना है जो आमतौर पर सितंबर में शुरू होती है और फरवरी तक जारी रहती है। लेकिन यह तस्वीरें दिखा रही हैं कि कैसे अंटार्कटिक से बर्फ लगातार पिघल रही है।

नासा की एक्वा सैटेलाइट ने 11 दिसंबर 2022 को अपने मॉडरेट रेजोल्यूशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोमाडोमीटर (MODIS) के साथ एक तस्वीर ली है। यह तस्वीर अंटार्कटिक उपद्वीप के लगभग 1,000 किलोमीटर लंबे (600 मील लंबे) खंड को दिखाती है,

एक ऐसा बर्फीला उपद्वीप है जो दक्षिणी महासागर में दक्षिण अमेरिका की ओर फैला है। तस्वीर में दिखता है कि उपद्वीप के पूर्व में ग्लेशियर बर्फ का एक विशाल बर्फ का तुकड़ा तैरता हुआ है जिसे लार्सन आइस शेल्फ के रूप में जाना जाता है।

एक्वा सैटेलाइट ने जिस समय यह तस्वीरें कैद की, उस समय महाद्वीप के चारों ओर समुद्री बर्फ टूट रही थी और पिघल रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि धरती के दक्षिणी हिस्से में गर्मी का मौसम था। अंटार्कटिका में समुद्री बर्फ का पिघलना एक मौसमी घटना है जो सितंबर से शुरू होकर अगले साल फरवरी तक जारी रहती है।

हालांकि 2022-2023 सीजन में अब तक बर्फ पिघलने की गति विशेष रूप से तेज रही है। दरअसल, नेशनल स्नो एंड आइस डेटा सेंटर के अनुसार, दिसंबर 2022 के अंत में अंटार्कटिका के आसपास समुद्री बर्फ की मात्रा 45 वर्षों के उपग्रह रिकॉर्ड में सबसे कम रही थी। इसके अलावा, तेज हवाओं और गर्म हवा के तापमान ने तेजी से बर्फ को बिघनाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *