खतरनाक हो सकता है रोमांच का सफर

ऋषिकेश :  देश-विदेश से लोग राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश पहुंचते हैं। ऋषिकेश में गंगा के कौड़ियाला मुनी की रेती इको टूरिज्म जोन में रिवर राफ्टिंग की गतिविधि सभी को पसंद है। लेकिन रोमांच से भरा लहरों का ये सफर बेहद रिस्‍की भी होता है और कभी कभी तो इसमें जान पर भी बन आती है।

ताजा मामले में बंगाल में तैनात आइएएस अधिकारी के शिक्षक भाई के राफ्टिंग के दौरान गंगा में डूबने से मौत हो गई। जब वह राफ्ट के गिरा तो उसकी लाइफ जैकेट खुल गई और वह डूब गया। मामले में राफ्टिंग कंपनी संचालक और दो राफ्टिंग गाइड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

इन पर राफ्टिंग के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है।रोमांच से भरपूर इस साहसिक गतिविधि में जोखिम भी जुड़ा रहता है, इसलिए राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा मानकों और निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है। जब भी आप राफ्टिंग के लिए आए हैं कुछ खास बातों का ध्‍यान जरूर रखें-

रिवर राफ्टिंग के दौरान आपका सबसे बड़ा सहारा आपका गाइड होगा, इसलिए गाइड के प्रत्येक दिशा-निर्देश को सुनना और उस पर अमल किया जाना चाहिए।गाइड की कमांड को फालो करने से आप रिवर राफ्टिंग को और अच्छी तरह से महसूस कर पाएंगे।राफ्टिंग की शुरुआत से पहले ही आपको गाइड कई जरूरी बातें बताएगा, जिसे आपको राफ्टिंग के दौरान अच्छी तरह से फालो करना होगा।

गाइड के दिशा निर्देश फोलो करने से बोट का संतुलन पूरी तरह से बना रहता है और आपके सफर को कोई खतरा भी नहीं होता है।राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट और हेलमेट सही ढंग से पहनना बेहद जरूरी होता है।इसकी मदद से राफ्टिंग के दौरान आपको सुरक्षा मिलती है।अगर आपकी बोट राफ्टिंग के दौरान पलट जाती है तो हेलमेट आपको चोट लगने से बचाएगा।वहीं लाइफ जैकेट पानी में तैरने में आपकी मदद करेगी।

राफ्टिंग के दौरान हेलमेट तथा लाइफ जैकेट के लाक को कतई ढीला न करें अथवा खोलें नहीं, इससे आपातकाल में लाइफ जैकेट आपके शरीर से अलग हो सकती है और आप मुसीबत में घिर सकते हो।एक राफ्ट की क्षमता छह से आठ पर्यटकों की होती है, जिनके साथ एक गाइड रहता है, इसलिए पूरी बोट का संचालन पर्यटकों और गाइड के हाथ में ही होता है। यही वजह है कि राफ्टिंग के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को एक चप्पू (पैडल) भी दिया जाता है। यानी की राफ्टिंग एक टीम वर्क के साथ ही बेहतर हो पाती है। इसलिए राफ्टिंग में पैडलिंग का बड़ा महत्व है।

पैडलिंग की मदद से नाव को बेहतर बहाव मिलता है। ऐसे में आपको गाइड के कहने के अनुसार ही चप्पू चलाना चाहिए। राफ्टिंग के पहले गाइड आपको बोट का हैंडल पकड़ने और चलाने का सही तरीका बताते हैं।पानी के तेज बहाव और लहरों वाले रैपिड पर कई बार बोट पलट जाती है, यह एडवेंचर का ही एक हिस्सा होता है। इसमें कई बार सभी सवार या कोई साथी पानी में गिर जाता है। ऐसे में अधिकांश पर्यटक घबरा जाते हैं और हड़बड़ी कर बैठते हैं, जिस कारण कई बार दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।

मगर, आपने यदि सही ढंग से लाइफ जैकेट और हेलेमेट पहना है तो इस स्थिति में घबराने की नहीं बल्कि धैर्य के साथ काम लेने की जरूरत होती है। आपका गाइड इतना प्रशिक्षित और अनुभवी होता है कि वह आपको और बोट को जल्द ही रेस्क्यू कर सकता है। ऐसी स्थिति में आपको गाइड के दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है।

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