देहरादून : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तराखंड के दौरे पर हैं। उन्होंंने केदारनाथ, बदरीनाथ व माणा में 3400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें केदारनाथ व हेमकुंड साहिब रोपवे और चीन सीमा से लगे माणा क्षेत्र में दो राजमार्गों से संबंधित योजनाएं शामिल हैं।
अपने संबोधन के आखिर में प्रधानमंत्री ने सभी को दीपावाली की शुभकामनाएं दीं और जय बाबा केदार व बदरीविशाल के जयकारों के साथ अपना सम्बोधन समाप्त किया। इसके बाद जनसभा स्थल मोदी-मोदी के जयकारों को गूंज उठा।
कहा कि देश के सीमा से सटे इलाकों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है। पहाड़ों पर सड़क कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए, सागरमाला, भारतमाला की तर्ज पर पर्वतमाला का काम आगे बढ़ रहा है। कहा कि माणा पास तक जो सड़क बनेगी उससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लोग अब बदरीनाथ से सीधा नहीं लौटेंगे, माणा की खूबसूरती का आनंद लेने आएंगे। सेना के जवानों की आवाजाही भी सरल होगी।
कहा कि कोरोनकाल में यदि पहले की सरकारें होती तो शायद माणा में अब तक वैक्सीन नहीं आती। लेकिन ये मोदी है। कोरोना से तेजी से वैक्सीन पहाड़ों में पहुंचाई गई। मैं राज्य सरकार को बधाई देता हूं। उत्तराखंड और हिमाचल ने सबसे पहले वैक्सीन का काम पूरा किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम पहाड़ों में सुविधाएं पहुंचाने को प्रतिबद्ध हैं। पहाड़ के लोगों की ऊर्जा व्यर्थ जाए ये हमें मंजूर नहीं है। गांव-गांव तक बिजली पहुंच गई है। दूरस्थ क्षेत्रों में शौचालय बन गए हैं। यहां अंतिम गांव में डिजिटल पेमेंट किए जा रहे हैं।माताओं बहनों के स्टॉल के आगे पेमेंट के लिए क्यूआर कोड लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यात्रा में आप जीतना खर्च करते हैं उसके पांच प्रतिशत भाग से स्थानीय उत्पाद जरूर खरीदें। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उससे इन सीमांत गांवों का विकास होगा और मन में संतोष होगा। जब आप घर पर बताएंगे कि यह उत्पाद एक बूढ़ी मां से खरीदा है तो आपको खुशी और संतोष होगा। आपके घर में वह उत्पाद है तो दूसरा खरीद लीजिए, किसी को भेंट दे दीजिए, लेकिन वहां से स्थानीय उत्पाद जरूर खरीदिए। कहा कि पहाड़ के लोगों की यह पहचान होती है कि वह बहुत मेहनती होते हैं।
कहा कि उत्तराखंड की देवभूमि विकास और आस्था का केंद्र बन रही है। केदारनाथ में जहां सीजन में पांच लाख श्रद्धालु आते थे, अब यह संख्या 45 लाख तक पहुंच गई है।प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां काम करना कठिन है, लेकिन हम बाबा केदार से, बदरी विशाल से और हेमकुंड साहिब से प्रार्थना करते रहेंगे कि यह रोप वे का कार्य समय पर और सुरक्षित ढंग से पूरा हो जाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैंं, उन्हें मजदूर नहीं समझना, बल्कि भाई बहन की तरह संभालना। वह मजदूर नहीं है कि जो केवल पैसा मिल रहा है इसलिए कार्य कर रहे हैं। वह सिर्फ सेवाभाव से कार्य कर रहे हैं। आप हर बार प्रार्थना करें कि पूरे कार्य के दौरान कोई दुर्घटना न हो। प्रार्थना करें कि इस प्रोजेक्ट में कार्य करने वाले सुरक्षित रहें।
उन्होंने कहा कि यूके, जर्मनी, कनाडा में उत्सव मनाया जा रहा होगा कि हेमकुंड साहिब के लिए रोप वे बनने जा रहा है। विकास के इन प्रोजेक्ट के लिए मैं उत्तराखंड और देश-विदेश के आस्थावान सभी लोगों को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतिम गांव माणा के महत्व पर प्रकाश डाला। माणा की मिट्टी और जनता के आशीर्वाद से ही उत्तराखंड में भाजपा की सरकार है। कहा कि मैं राज्य में नई सरकार बनने के बाद सार्वजनिक कार्य में पहली बार आया हूं। 21वीं सदी में भारत निर्माण के प्रमुख स्तंभ अपनी विरासत पर गर्व व विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
आज उत्तराखंड इन दोनों पर कार्य कर रहा है। परमात्मा ने जो काम दिया है वह मुझे करना होता है। यहां मुझे दो रोपवे के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है।प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष् कर सिंह धामी के कहे अनुसार अब तो मेरे लिए भी सीमा पर बसा देश का हर गांव देश का पहला गांव और यहां बसे लोग देश से सच्चे प्रहरी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछली बार मैंने कहा था यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे इन शब्दों पर बाबा केदार, बदरीविशाल और मां गंगा का आशीर्वाद बना रहेगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जय बदरीविशाल और जय बाबा केदार के जयकारों के साथ अपना संबोधन शुरू किया। कहा कि आज बाबा केदार और बदरीविशाल के दर्शन कर मेरा जीवन धन्य हो गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंच से बटन दबाकर माणा क्षेत्र में रोपवे परियोजना का शिलान्यास किया। इस दौरान लघु फिल्म दिखाई गई।