सचिवालय में सोमवार को रहेगा नो मिटिंग डे

मंगलवार एवं गुरुवार को आयोजित की जाएगी वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जिलाधिकारियों/फील्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक।  
देहरादून: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव एवं प्रभारी सचिवों को निर्देश दिये हैं कि शासन/सचिवालय स्तर पर सोमवार को कोई बैठक (तात्कालिकता के दृष्टिगत अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर) आहुत नही की जायेगी।
सोमवार को (अवकाश की स्थिति को छोड़कर) सभी अधिकारीगण अपने कार्यालय कक्ष में जन सामान्य/जन प्रतिनिधियों से भेंट हेतु सुलभ रहेंगे। शासन/सचिवालय स्तर के अधिकारियों के द्वार जन सामान्य से भेंट एवं जन समस्याओं के निस्तारण हेतु सुलभ रहने के निमित सम्यक विचारोपरान्त यह निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही मुख्य सचिव द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि जिलाधिकारियों एवं फील्ड स्तरीय अधिकारियों के द्वारा अपने कार्य क्षेत्रान्तर्गत जन सामान्य से भेंट, क्षेत्र भ्रमण एवं विभिन्न कार्यों के सुचारू संचालन को सुगम बनाने के लिये शासन स्तरीय अधिकारियों के द्वारा जिलाधिकारियों/फील्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक/वीडियो कान्फ्रेंस सप्ताह के दौरान मंगलवार एवं गुरूवार (अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर)  को ही आहुत की जायेंगी।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जन  समस्याओं के त्वरित निस्तारण एवं समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक गुड गवर्नेंस की पहुंच रहे इस सम्बन्ध में प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुड गवर्नेंस लोगों को महसूस होनी चाहिए। इसमें फील्ड लेवल अधिकारियों व कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। डीएम इसमें कुशल टीम लीडर की तरह काम करें। साथ ही प्रत्येक स्तर पर प्रभावी और सतत मॉनिटरिंग की जाए। शासन-प्रशासन के निचले स्तर तक गुड गर्वनेंस दिखनी चाहिए। जिलों व तहसीलों में भी आम जनता से मिलने के लिए समय निर्धारित किया जाए।

उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा के आगे बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को भी उसी क्रम में बढ़ाया जा रहा है। प्रतिदिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा के प्रवेश एवं पंजीकरण स्थल पर ही हैल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा आरम्भ कर दी गयी है।

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए महानिदेशक डॉ० शैलजा भट्ट ने बताया कि अब ऋषिकेश आई०एस०बी०टी० रजिस्ट्रेशन स्थल पर यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग आरम्भ कर दी गयी है और यहां पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ को हैल्थ स्क्रीनिंग के लिए तैनात कर दिया गया है। हैल्थ स्क्रीनिंग के उपरान्त जिन यात्रियों में किसी भी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता पायी जा रही है, उन्हें विश्राम करने अथवा स्वास्थ्य के अनुकूल होने के उपरान्त ही यात्रा पर जाने का परामर्श दिया जा रहा है।

डॉ० भट्ट के अनुसार अभी तक 650 यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग ऋषिकेश आई०एस०बी०टी० पर की जा चुकी है। इसी क्रम में  यमुनोत्री व गंगोत्री के यात्रा मार्ग पर भी क्रमशः दोबाटा एवं हिना में भी हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है, जबकि बद्रीनाथ धाम के यात्रियों के लिए हैल्थ स्क्रीनिंग शिविर पाण्डुकेश्वर में लगाया गया है।

स्वास्थ्य सुविधाओं को त्वरित एवं अधिक प्रभावी बनाए जाने के बारे में महानिदेशक डॉ० शैलजा भट्ट ने जानकारी दी कि आपातकालीन स्थितियों में हताहत / प्रभावित यात्रियों के लिए 24X7 हैली एम्बुलेंस की सुविधा रखी गयी है। यात्रा के आरम्भ होने से अभी तक केदारनाथ यात्रा के 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है, जिसमें चोट लगने के 05 मामलें शामिल है। उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान गंभीर रूप से बीमार 12 मरीजों को  मेडिकल टीम द्वारा आवश्यक चिकित्सा उपचार देकर बचाया गया।
यात्रियों को हैल्थ एडवाईजरी के माध्यम से अनुकूल स्वास्थ्य की परिस्थितियों में ही यात्रा जारी रखने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। हैल्थ एडवाईजरी को पर्यटन विभाग, स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य इकाईयों के अलावा यात्रा मार्गों पर होर्डिग्स के द्वारा भी जगह-जगह पर डिस्पले किया जा रहा हैं।

यात्रा मार्गों में मेडिकल रिलीफ पोस्ट पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ द्वारा यात्रियों से अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच कराने वहां पर 10 मिनट विश्राम करने के उपरान्त यात्रा शुरू करने, यात्रा के दौरान पानी पीते रहने और भूखे पेट न रहने के बारे में अपील की जा रही है।

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