देहरादून। गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार उत्तराखंड की आकर्षक झांकी नजर आएगी। इस झांकी में जहां बदरीनाथ धाम के दर्शन होंगे, वहीं टिहरी डेम, हेमकुंड साहिब और डोबरा चांठी पुल को भी लोग देख सकेंगे।
बता दें कि पिछली बार गणतंत्र दिवस की परेड पर उत्तराखंड की झांकी में ‘केदारखंड’ नजर आए थे। उस झांकी में केदारघाटी की भव्यता व दिव्यता को दर्शाया गया था। आइए आपको इस बार उत्तराखंड की झांकी में शामिल बदरीनाथ धाम, टिहरी डेम, हेमकुंड साहिब और डोबरा चांठी पुल के बारे में बताते हैं।
उत्तराखंड के चमोली जनपद में बदरीनाथ धाम स्थित है। यह देश के चारधामों में से एक है। बदरीनाथ को बदरी नारायण मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर अलकनंदा नदी के तट पर है। यहां नर-नारायण विग्रह की पूजा अर्चना होती है। कहते हैं छह माह देव और छह माह मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
हेमकुंड साहिब चमोली जनपद में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह सिखों की आस्था का प्रमुख केंद्र हैं। हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा रोमांच से भरी होती है। इसके आसपास कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं।
टिहरी डेम उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित है। टिहरी झील करीब 42 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है। बता दें कि टिहरी बांध में वर्ष 2006 में बिजली उत्पादन शुरू हुआ था, जो निरंतर जारी है।
टिहरी झील पर देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज झूला पुल बना है। इसका निर्माण वर्ष 2006 में शुरू हुआ था। इस पुल का नया डिजाइन दक्षिण कोरिया की कंपनी योसीन ने तैयार किया था। यह पुल 16 टन भार के वाहन गुजरने की क्षमता के लिए तैयार किया गया है। इस पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। साथ ही इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है।