उत्तराखंडः कांग्रेस का महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल, रस्से से खींचा ऑटो, कंधे पर उठाया सिलिंडर

देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने डीजल और पेट्रोल के दामों लगातार वृद्धि व बढ़ती महंगाई के खिलाफ अनोखे अंदाज में विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑटो रिक्शा को रस्सी बांधकर खींचा। साथ ही सिलिंडर को कंधे पर उठाकर प्रदर्शन किया।

पूर्व सीएम रावत कांग्रेस मुख्यालय राजपुर रोड से एक ऑटो रिक्शा को रस्सी से बांध गांधी पार्क तक खींचकर ले गए। वहीं, गांधी पार्क के बाहर संपन्न हुई सभा को कंधे पर सिलिंडर रख संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन माह में जहं गैस सिलेंडर का दाम ढ़ाई सौ रुपये तक बढ़ें हैं।वहीं, पेट्रोल-डीजल के दामों में अभूतपूर्व वृद्धि की गई है और खद्य पदार्थों के दाम भी आसमान को छू रहे हैं। पिछले छह साल में केंद्र सरकार ने अकेले पेट्रोलियम पदार्थों से इक्कीस लाख करोड़ रुपये अर्जित किए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर वो धन कहां चला गया किसी को मालूम नहीं है।

बढ़ती बेरोजगारी और चौपट होते उद्योग-धंधों से हमारी आर्थिक स्थिति खराब हुई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि जबतक डीजल, पेट्रोल और गैस के दाम कम नहीं हो जाते तब तक हमें चैन से नहीं बैठना है और गांव-गांव तक जनता को जागरूक करने का काम करना होगा। जनता के ऊपर महंगाई का बोझ डाला जा रहा है।

पूर्व सीएम ने कहा कि यह लड़ाई कांग्रेस की लड़ाई नहीं है। ये आम जनता की लडाई है, क्योंकि उनके लिए जीवन यापन करना ही दूभर हो गया है। हमारी माता-बहनों के लिए घर चलाना लगातार कठिन होता जा रहा है। वहीं, हमारे बेरोजगार नौजवान दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। उन्होने यह भी कहा कि कुछ पूंजीपतियों की तिजोरीयों को भरने के लिये केंद्र सरकार अपनी नीतियों को उनके पक्ष में बना रही है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं की उपेक्षा की जा रही है। पंचायती राज संस्थाओं को कम आंका जा रहा है। हालांकि कार्यक्रम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एकांगी रूप से घोषित किया था, लेकिन सैकड़ों कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़ कर भागीदारी की।

उत्तराखंड बोली भाषा विकास, विधायकों के वेतन भत्तों के निर्धारण समेत विधानसभा की तीन समितियों का कार्यकाल खत्म होने के मद्देनजर इनका कार्यकाल बढ़ाने और इनमें सदस्य नामित करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा गया है। शुक्रवार को बजट पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने यह प्रस्ताव रखा, जिसे पारित कर दिया गया।

विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शनिवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट सदन में पेश होगी। इसके अलावा विनियोग विधेयक भी पारित होगा। कार्यमंत्रणा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में यह भी तय किया गया कि शनिवार को विनियोग विधेयक समेत छह विधेयक भी पारित किए जाएंगे।

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