गाजा में घुसे इजरायली सैनिक

नई दिल्ली। इजरायली सेना ने मंगलवार को गाजा शहर पर जमीनी हमला शुरू कर दिया। दो साल से जारी युद्ध में इजरायली सेना सबसे भीषण बमबारी कर रही है। हवा, समुद्र और जमीन से हमले किए जा रहे हैं। इजरायल ने घोषणा की कि ‘गाजा जल रहा है’।

गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार तड़के हुए हमले में 40 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश गाजा शहर में थे। इजरायली सैन्य प्रवक्ता अविचाय अद्राई ने मंगलवार को घोषणा की कि हमास के सैन्य ठिकानों को नष्ट करने के लिए जमीनी अभियान शुरू कर दिया है। निवासियों को शहर छोड़ने की चेतावनी दी गई है। सैनिक मुख्य शहर में भीतर तक जा रहे हैं।

आने वाले दिनों में सैनिकों की संख्या में वृद्धि होगी, क्योंकि लगभग तीन हजार हमास लड़ाके अभी भी गाजा शहर में हैं। शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सेल्मिया ने बताया, बमबारी एक पल के लिए भी नहीं रुकी। मलबे के नीचे अभी भी लाशें पड़ी हैं। इस बीच गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों के परिवार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास के बाहर एकत्र हुए और उनसे गाजा अभियान रोकने की गुहार लगाई।

इजरायल का मानना है कि गाजा में बंधक बनाए गए 48 बंधकों में से लगभग 20 जीवित हैं। हमास ने कहा है कि वह फलस्तीनी कैदियों, स्थायी युद्धविराम और गाजा से इजरायल की वापसी के बदले में ही शेष बंधकों को रिहा करेगा। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने एक्स पर पोस्ट किया, गाजा जल रहा है। सैनिक बंधकों की रिहाई और हमास की हार के लिए बहादुरी से लड़ रहे हैं। जब तक मिशन पूरा नहीं हो जाता हम न तो झुकेंगे और न ही पीछे हटेंगे।

इस बीच एपी के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कतर रवाना होने से पहले इजरायल में कहा कि गाजा शहर पर आक्रमण शुरू हो गया है। रूबियो ने कहा, हमें लगता है कि हमारे पास बहुत कम समय बचा है। हमारी प्राथमिकता है कि इसका समाधान बातचीत के माध्यम से हो। उन्होंने गाजा में सैन्य अभियान से संबंधित खतरों को भी स्वीकार किया। इजरायल का समर्थन करते हुए रूबियो ने कहा कि हालांकि अमेरिका युद्ध का कूटनीतिक अंत चाहता है, हमें इस आशंका के लिए तैयार रहना होगा कि ऐसा नहीं होगा।

ब्रसेल्स में, यूरोपीय संघ के कार्यकारी अधिकारी के प्रवक्ता ने कहा कि वे बुधवार को इजरायल पर नए प्रतिबंध लगाने पर विचार करेंगे, जिसमें कुछ व्यापार प्रविधानों को निलंबित करना भी शामिल है। ब्रिटिश विदेश मंत्री यवेट कूपर ने इस हमले को ‘लापरवाह और भयावह’ बताया और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया।

गाजा में युद्ध तब शुरू हुआ जब सात अक्टूबर, 2023 को हमास आतंकियों ने इजरायल में धावा बोल दिया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों का अपहरण कर लिया गया। अधिकांश बंधकों को कतर या अन्य समझौतों के माध्यम से संघर्ष विराम के तहत रिहा कर दिया गया है। इजरायल के जवाबी हमले में 64,871 फलस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को अनुमान लगाया कि पिछले एक महीने में 2,20,000 से से अधिक फलस्तीनी उत्तरी गाजा से पलायन कर चुके हैं।

मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी ने सोमवार को इजरायल को ‘दुश्मन’ बताया। 1979 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से यह पहली बार था जब किसी मिस्त्र के नेता ने इस शब्द का इस्तेमाल किया। मिस्त्र इजरायल के साथ संबंध स्थापित करने वाला पहला अरब देश है।

एएनआई के अनुसार लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री ल्यूक फ्रीडेन और विदेश मंत्री जेवियर बेट्टेल ने सोमवार को संसदीय आयोग को बताया कि लक्जमबर्ग फलस्तीन को मान्यता देने का इरादा रखता है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, मान्यता पर अंतिम निर्णय इस महीने के अंत में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में फ्रांस और बेल्जियम सहित कई अन्य देशों के समन्वय से लिया जाएगा।

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